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सैलजा ने हरियाणा में रिजल्ट घोषित करने के फॉर्मूले पर उठाए सवाल, कहा- पंजाब पैटर्न अपनाओ

हरियाणा कांग्रेस की अध्‍यक्ष कुमारी सैलजा ने हरियाणा में रिजल्ट घोषित करने के फार्मूले परा सवाल उठाया है। उन्‍होंने कहा कि यह फार्मूला सही नहीं है। पंजाब का पैटर्न अपनाया जाए।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 07:14 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 07:14 PM (IST)
सैलजा ने हरियाणा में रिजल्ट घोषित करने के फॉर्मूले पर उठाए सवाल, कहा- पंजाब पैटर्न अपनाओ
सैलजा ने हरियाणा में रिजल्ट घोषित करने के फॉर्मूले पर उठाए सवाल, कहा- पंजाब पैटर्न अपनाओ

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा कांग्रेस की प्रधान कुमारी सैलजा ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों के फॉर्मूले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जिन विषयों की परीक्षा ही नहीं हुई, उन विषयों में विद्यार्थियों को फेल करना भला कैसे तर्कसंगत हो सकता है। उन्‍होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल को इस संबंध में ध्‍यान देने और पंजाब का पैटर्न अपनाने की मांग की है। कुमारी सैलजा ने पंजाब के फार्मूले को एकदम दुरूस्‍त बताया और इसके आधार पर रिजल्‍ट संशोधित करने पर जोर डाला है।

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हरियाणा कांग्रेस अध्‍यक्ष (Haryana Congress President) कुमारी सैलजा ने इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को बुधवार को पत्र लिखा है। उन्‍होंने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित किया गया 10वी कक्षा का परीक्षा परिणाम समझ से परे और अजीबो-गरीब है। जिन विषयों की परीक्षा नहीं हुई, उसमें विद्यार्थियों को फेलज कर दिया गया है।

उन्‍हाेंने मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल को लिखे पत्र में कहा है कि जिन विषयों की परीक्षा नहीं हुई उनमें विद्यार्थियाें काे फेल कर दिया जाना किसी भी तरीके से उचित नहीं है। कुमारी सैलजा ने कहा कि इसका दोबारा से मूल्यांकन  किया जाए। इसके लिए पंजाब के पैटर्न को अपनाया जाना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि जिन विषयाें की परीक्षा नहीं हुई हैं उनमें फेल किए गए छात्र व छात्राओं का उत्तीर्ण की जाए। उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल से इसके लिए पहले करने और हरियाणा स्‍कूल शिक्षा बोर्ड को इसके लिए निर्देश जारी करने की मांग की है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में केवल 65 प्रतिशत विद्यार्थी ही उत्तीर्ण हो पाए हैं, जो कि अत्यंत चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि जिन विषयों की परीक्षा नहीं हुई है, उन विषयों का दोबारा से मूल्यांकन पंजाब की तर्ज पर कर फेल किए गए विद्यार्थियों को राहत दी जाए।


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