जस्टिस प्रीतम पाल ने लगाई अधिकारियों की क्लास, रिपोर्ट तलब
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा गठित निगरानी समिति के अध्यक्ष प्रीतम पाल सिंह सदस्य उर्वशी गुलाटी एवं बाबूराम ने मंगलवार को अधिकारियों की बैठक के बाद डंपिग साइट और कंपोस्ट प्लांट का निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा गठित निगरानी समिति के अध्यक्ष प्रीतम पाल सिंह, सदस्य उर्वशी गुलाटी एवं बाबूराम ने मंगलवार को अधिकारियों की बैठक के बाद डंपिग साइट और कंपोस्ट प्लांट का निरीक्षण किया। प्रीतम पाल सिंह ने अधिकारियों की बैठक ली और सभी विभागों से एनजीटी के आदेशों पर किए जा रहे कामों की रिपोर्ट ली। अधिकारियों ने किए जा रहे कामों के बारे में रिपोर्ट पेश की। इस दौरान जस्टिस प्रीतम पाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कामों से असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने बायोमेडिकल वेस्ट के सही निस्तारण न होने पर सीएमओ की क्लास लगाई। जस्टिस प्रीतम पाल ने बैठक के बाद दौरान सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट झूरीवाला प्लांट, डंपिग साइट कंपोस्ट के बारे में जानकारी ली और मौके पर जाकर निरीक्षण किया। बढ़ाई जाए सूखे कूड़े की रीसाइकलिग : जस्टिस
नगर निगम के प्रशासक राजेश जोगपाल ने जस्टिस प्रीतम पाल को बताया कि पंचकूला में डोर-टू-डोर कलेक्शन, सेग्रीगेशन और लोगों को जागरूक करने का काम जोरों से चल रहा है। शहर से निकलने वाले गीले कूड़े की प्रोसेसिग की जा रही है। इस समय शहर से लगभग 117 टन कूड़ा निकलता है, जिसमें 60 प्रतिशत गीला और 40 प्रतिशत सूखा कूड़ा है। 56 प्रतिशत कूड़ा प्रोसेस हो रहा है। गीले कूड़े के लगभग 65 प्रतिशत कूड़े खाद बन रही है और सूखे कूड़े की रीसाइकिल 19 प्रतिशत है। जिस पर जस्टिस प्रीतम पाल ने सूखे कूड़े को रीसाइकलिग बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने डंपिग साइट पर किए प्रयासों की सराहना की, जिसमें नगर निगम द्वारा जगह-जगह मिट्टी डालकर कूड़े की बदबू खत्म की गई है।
इस अवसर पर नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह, वरिष्ठ सलाहकार डीके गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।