जींद उपचुनाव के लिए कांग्रेस तय नहीं कर पा रही उम्मीदवार
जींद उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने में प्रमुख दलों के पसीने छूट रहे हैं। सायं 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक लगातार मंथन करने के बावजूद कांग्रेस के दिग्गज नेता कोई फैसला नहीं कर पाए।
जेएनएन, नई दिल्ली। जींद उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने में प्रमुख दलों के पसीने छूट रहे हैं। भाजपा के बाद कांग्रेस भी रविवार देर शाम अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाई। सायं 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक लगातार मंथन करने के बावजूद कांग्रेस के दिग्गज नेता कोई फैसला नहीं कर पाए।
रविवार को 15 गुरुद्वारा रकाबगंज में बैठक के बाद बाहर निकले कांग्रेस के पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल ने बताया कि 3 घंटे के मंथन में पैनल तैयार कर लिया गया है। अभी चर्चा शेष रह गई है। एक या दो बार और सभी नेता बैठकर अंतिम पैनल तैयार कर लेंगे, जिसे पार्टी हाईकमान के पास भेजा जाएगा। हाईकमान कोई अंतिम निर्णय लेगा।
उन्होंने साफ कर दिया कि हरियाणा कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है। सभी नेता एक मंच पर आकर सर्वसम्मति से फैसला ले रहे हैं। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर, कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी, कांग्रेस के मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला, विधायक कुलदीप बिश्नोई सहित पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने भी हिस्सा लिया।
बैठक में निर्दलीय विधायक जयप्रकाश और उनके बेटे के नाम पर भी चर्चा की गई। भाजपा और जननायक जनता पार्टी के अनौपचारिक पैनल में स्थान बना चुके पूर्व वित्तमंत्री मांगेराम गुप्ता के नाम पर भी चर्चा हुई। कुछ और नेताओं में प्रमोद सहवाग, सुरेश गोयत, बलजीत रेढू, अंशुल सिंगला के नाम प्रमुख हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस भी भाजपा की तर्ज पर 9 जनवरी तक ही अपने प्रत्याशी की घोषणा करेगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जींद उपचुनाव में पार्टी से ज्यादा उम्मीदवार की अहमियत बन गई है। सभी दल एक दूसरे की रणनीति पर नजर रखे हुए हैं। जैसे ही किसी एक प्रमुख दल का प्रत्याशी घोषित होगा दूसरे दल भी जातीय समीकरण साधते हुए अपने प्रत्याशी घोषित करेंगे।