जींद के रण के लिए एकजुट हुई कांग्रेस, मनोहर 25 को कूदेंगे, दिग्विजय के सारथी बने भाई दुष्यंत
लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे जींद विधानसभा उपचुनाव में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सभी दलों ने चुनाव के लिए पूरी ताकत झोंक दी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे जींद विधानसभा उपचुनाव में दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा को जिताने के लिए जहां पूरी सरकार ने जींद में डेरा डाल लिया, वहीं कांग्रेस के कद्दावर नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के समर्थन में पूरी कांग्रेस एकजुट हो गई है। हरियाणा के इतिहास में यह पहला मौका है, जब कांग्रेस एक मंच पर दिखाई दे रही।
जननायक जनता पार्टी के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह चौटाला के लिए उनके पिता अजय सिंह चौटाला, विधायक मां नैना चौटाला और सांसद भाई दुष्यंत चौटाला ने मोर्चा संभाल रखा है। इनेलो प्रत्याशी उम्मेद सिंह रेढू के हक में अभय सिंह चौटाला खुद मैदान में उतर पड़े हैं।
भाजपा प्रत्याशी कृष्ण मिड्ढा के समर्थन में आधा दर्जन मंत्री फील्ड में उतर चुके। भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला पार्टी प्रत्याशी का चुनाव प्रचार संभाले हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं। वे 25 जनवरी से जींद में डेरा डालेंगे और कृष्ण मिड्ढा के हक में प्रचार करेंगे। कांग्रेस प्रत्याशी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी अपना प्रचार तेज कर दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके सांसद पुत्र दीपेंद्र सिंह हुड्डा जींद पहुंच गए तथा रणदीप सुरजेवाला के समर्थन में जनसभाओं का दौर शुरू कर दिया है। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक तंवर पहले दिन से ही सुरजेवाला के समर्थन में प्रचार में जुटे हैं। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी प्रचार कर लौट चुकी हैं, जबकि कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई ने दो दिनों से मोर्चा संभाल रका है। लंबे समय बाद पूरी कांग्रेस एकजुट दिखाई दे रही है। कांग्रेस नेता कु. सैलजा के कार्यक्रम भी तय किए जाने की संभावना है, ताकि दलित मतदाताओं को कांग्रेस के प्रति जोड़ा जा सके।
जननायक जनता पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह चौटाला का प्रचार भी गति पकड़ चुका है। उनके सारथी बड़े भाई दुष्यंत चौटाला बने हुए हैं। दुष्यंत अपनी पार्टी के उम्मीदवार की टक्कर सीधे भाजपा से मानते हैं। इनेलो के उम्मेद सिंह रेढू के हक में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने गांवों में पैदल चलकर प्रचार किया। अभय चौटाला शुक्रवार को भी करीब एक दर्जन गांवों में प्रचार करेंगे।