लड़कियों को देह व्यापार के लिए दिल्ली भेजती थी जसवंती, जन्म दिए बच्चे बेचे
रोहतक के 'अपना घर' की संचालिका जसवंती अनाथ लड़कियों को देह व्यापार के लिए दिल्ली भेजती थी। दुष्कर्म की शिकार दो लड़कियों द्वारा जन्म दिए बच्चे को भी उसने बेच दिया।
पंचकूला, [राजेश मलकानियां]। 'अपना घर' की संचालिका जसवंती और उसके करीबी लाेगों के अत्याचार की कहानी रोंगटे खड़े कर देती है। उनके अत्याचार की शिकार एक लड़की ने मामले की जांच दौरान सीबीअाइ को बताया कि जसवंती देवी और उसका दामाद अनाथ लड़कियों को दिल्ली के जीबी रोड पर देह व्यापार के लिए भेजते थे। दुष्कर्म के चलते दो लड़कियों ने दो बच्चों को भी जन्म दिया था। जसवंती और जयभगवान ने बच्चों को बेच दिया था।
इस लड़की ने बताया कि उसका दाखिला 10 अगस्त 2011 को 'अपना घर' में हुआ था। उसने 10 मई 2012 को रोहतक के सिविल लाइन थाना में दर्ज एफआइआर में अपने बयान में बताया कि वह लगभग एक साल तक अपना घर रोहतक में रही थी। जसवंती और जयभगवान द्वारा लड़कियों से यौन शोषण एवं मारपीट के अलावा उन्हें देह व्यापार के लिए जीबी रोड दिल्ली भेजा जाता था।
पुलिसकर्मी ने भी किया था दुष्कर्म
एक लड़की ने जांच के दौरान सीबीआइ को बताया था कि उसे जसवंती और उसका ड्राइवर चंडीगढ़ लेकर गए थे। इसके बाद सतीश ने एक पुलिस कर्मचारी को उसे सौंप दिया था। उसने उसके साथ दुष्कर्म किया था। उस पुलिस कर्मचारी की पहचान वह नहीं कर पाई थी। लड़कियों ने गवाही में जसवंती देवी और सिम्मी पर उनका अश्लील वीडियो बनाने का आरोप लगाया था। जसवंती का भाई जसवंत उन्हें खेतों में ले जाता था और वहां छेड़छाड़ करते थे। उन्होंने पुलिस के अधिकारियों पर भी आरोप लगाए थे।
छाती पर खड़ी हो जाती थी जसवंती
'अपना घर' की संचालिका इतनी बेरहम हो चुकी थी कि मूकबधिर बच्चियों को पीटती तो थी ही, साथ उन्हें नीचे लेटाकर उनकी छाती पर चढ़ जाती थी। सीबीआइ की जांच के दौरान एक मूकबधिर बच्ची का मेडिकल करवाया गया था। 26 मई 2012 की मेडिकल रिपोर्ट में पता लगा था कि बच्ची को लात-घूंसों के साथ पीटा गया था। उसके मुंह एवं दातों पर चोट के निशान थे। उसके हाथ, बाजू एवं छाती पर अपना घर इंचार्ज चढ़ती थी।
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उसने सीबीआइ के सामने एक व्यक्ति द्वारा अपना घर में दुष्कर्म की बात बताई थी। पीडि़ता ने अपने बयान में बताया था कि जयभगवान ने उसके साथ दुष्कर्म किया था और बाद जसवंती देवी ने उसे गर्भपात के लिए कुछ दवा दे दी थी। जसवंती द्वारा जबरदस्ती उनसे काम करवाया जाता था और मालिश भी करवाई जाती थी।
मूकबधिर से जयभगवान ने किया था दुष्कर्म
एक मूकबधिर लड़की से जयभगवान ने दुष्कर्म किया था। इस कारण वह गर्भवती हो गई। जयभगवान ने जबरदस्ती इस लड़की को शराब पिलाई थी। साथ ही उससे जबरन खेतों में काम करवाता था। जयभगवान की इस लड़की ने जांच के दौरान उसकी शिनाख्त की और उसके बाद कोर्ट में भी उसे पहचाना था। सीबीआइ द्वारा लड़की से मौके पर ले जाकर दुष्कर्म की जगह का नक्शा भी बनाया गया था।
एक मेडिकल बोर्ड द्वारा इस लड़की का 28 मई 2012 को पूरी जांच करवाई गई थी। स्वाधर गृह भिवानी की काउंसलरों के सामने जयभगवान का फोटो इस लड़की को दिखाया, जिसे उसने फिर पहचाना था। 16 सितंबर 2012 को इस लड़की ने एक बच्चे को जन्म दिया।
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इस बच्चे के खून के सैंपल रोहतक पीजीआइ द्वारा लिए गए थे, ताकि सतीश, जयभगवान और जसवंत से बच्चे का डीएनए टेस्ट करवाया जा सके। 19 नवंबर 2012 को इस बच्चे का डीएनए जयभगवान से मिल गया था। मेडिकल रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा गया कि नवजात बच्चे का पिता जयभगवान ही है। इसके बाद सीबीआइ यह साबित करने में सफल रही कि जयभगवान ने मूकबधिर लड़की से कई बार दुष्कर्म किया था।
मां के साथ पीटती थी सुषमा
जुल्मों की शिकार एक लड़की ने सीबीआइ को बताया था कि जसवंती के साथ-साथ सुषमा एवं शीला लड़कियों को पीटती थी। मेडिकल रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले थे। एक अन्य लड़की ने जसवंती पर गैरकानूनी श्रम करवाने का आरोप लगाया था। 3 जुलाई 2012 को उसके मेडिकल में शरीर पर कई जगह चोट के निशान मिले थे।
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