चर्चाओं को विराम, जींद में कांग्रेस ने खेला बड़ा दांव, रणदीप सुरजेवाला को बनाया प्रत्याशी
कांग्रेस ने जींद उपचुनाव मेें बड़ा दांव खेला है। पार्टी ने वरिष्ठ रणदीप सिंह सुरजेवाला को प्रत्याशी बनाया है। पहले जयप्रकाश जेपी के पुत्र विकास सहारण को टिकट देने की चर्चा थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। जींद उपचुनाव में कांग्रेस बड़ा दांव चला है। इससे जींद उपचुनाव हॉट बन गया है। पार्टी ने यहां से अपने वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को अपना उम्मीदवार बनना तय किया है। इससे पहले निर्दलीय विधायक जयप्रकाश के पुत्र विकास सहारण को उम्मीदवार चुने जाने की चर्चा चली थी।
रणदीप सुरेजवाला की उम्मीदवारी से जींद चुनाव हुआ दिलचस्प और हॉट
इससे पहले बुधवार दोपहर सत्तारूढ़ दल भाजपा ने कृष्ण मिड्ढा को अपना प्रत्याशी बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद देर रात कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार के रूप में पार्टी के दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला को चुनाव मैदान में उतारा है। सुरजेवाला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में मीडिया संयोजक हैं।
सुरजेवाला फिलहाल भी पार्टी के कैथल से विधायक हैं मगर उन्हें ही कांग्रेस ने आश्चर्यजनक रूप से अपना उम्मीदवार बनाया है। असल में भाजपा ने जब बुधवार दोपहर गैरजाट कार्ड खेलते हुए जींद के दिवंगत विधायक स्वर्गीय हरिचंद मिड्ढा के पुत्र कृष्ण मिड्ढा को टिकट दे दी तो कांग्रेस ने इसके ठीक उलट जाट कार्ड खेलते हुए रणदीप सुरजेवाला को प्रत्याशी बनाया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार देर रात सुरजेवाला को उम्मीदवार बनाए जाने का पत्र जारी किया। सुरजेवाला से कैथल से विधायक हैं। सुरजेवाला की उम्मीदवारी से उपचुनाव में लड़ाई का स्वरूप बदल जाएगा। प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने बुधवार शाम नई दिल्ली में हुई बैठक में उम्मीदवार के बारे में निर्णय किया। इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा रणदीप सुरजेवाला को प्रत्याशी बनाए जाने के बारे में कांग्रेस ने ऐलान किया।
जींद उपचुनाव: जाटलैंड में कांग्रेस ने खेला जाटकार्ड
पार्टी प्रत्याशी तय करने के लिए नई दिल्ली के 15 गुरुद्वारा रकाबगंज स्थित कांग्रेस कार्यालय (कांग्रेस वाररूम) में पार्टी हाईकमान पर्यवेक्षक केसी वेणूगोपाल की अध्यक्षता में पहले बुधवार सुबह दस बजे बैठक शुरू हुई मगर तभी पार्टी नेताओं को यह सूचना मिली कि भाजपा ने कृष्ण मिड्ढा की टिकट फाइनल कर दी है।
इसके बाद प्रदेश स्तरीय पार्टी नेताओं की सलाह पर वेणूगोपाल ने नई रणनीति के साथ बैठने के लिए सायं सात बजे तक यह बैठक स्थगित कर दी। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, विधायक कुलदीप बिश्नोई सहित कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला के बीच कई बार आपस में बातचीत हुई। सूत्र बताते हैं कि तीनों नेताओं के बीच पहले कलायत से निर्दलीय विधायक जयप्रकाश उर्फ जेपी के बेटे विकास को उम्मीदवार बनाए जाने पर सहमति बन गई थी। इसी के चलते हुड्डा ने अपने मित्र विधायक जयप्रकाश से इस बाबत चर्चा भी की थी। जयप्रकाश ने पार्टी नेताओं का रुख देते हुए सायं पांच बजे हां की और तभी हुड्डा खेमे ने पार्टी पर्यवेक्षक के समक्ष जींद में जाटकार्ड खेलने की रणनीति को अंतिम रूप दिया।
आलाकमान ने दिया उम्मीदवार चयन को नया ट्विस्ट
पार्टी पर्यवेक्षक को प्रदेश के नेताओं ने पहले सिर्फ एक ही नाम दिया। पर्यवेक्षक केसी वेणूगोपाल ने बैठक के बाद बताया कि जो एक नाम सर्वसम्मति से तय हुआ है, उसकी घोषणा पार्टी हाईकमान करेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार बेशक जाट उम्मीदवार के रूप में राज्य स्तरीय नेताओं ने जयप्रकाश के बेटे विकास का नाम सुझाया मगर हाईकमान ने यह नाम बदलते हुए आनन-फानन में रणदीप सुरजेवाला का नाम तय किया।
पार्टी हाईकमान प्रदेश स्तरीय नेताओं की यह बात तो मान गया कि जींद उपचुनाव में पार्टी को जाटकार्ड खेलना चाहिए मगर जयप्रकाश के पुत्र के नाम पर सहमति नहीं दिखाई। इसके चलते रणदीप सुरजेवाला का ही नाम घोषित किया गया।
निर्दलीय विधायक जयप्रकाश जेपी।
विधायक जयप्रकाश ने भी जागरण से बातचीत में कहा था कि बेशक कांग्रेस नेताओं ने उनके बेटे पर विश्वास जताया है लेकिन अभी हाईकमान को अंतिम फैसला लेना है। दिल्ली में जमे कांग्रेस की टिकट के एक दावेदार ने भी कहा कि जेपी के बेटे विकास सहारण को ही टिकट मिलने जा रही है।
पूरे मामले में देर रात बड़ा ट्विस्ट आ गया जब कांग्रेस की आेर से जारी प्रेस नोट में रणदीप सुरजेवाला को जींद उपचुनाव में पार्टी का प्रत्याशी बनाने का ऐलान किया गया। रणदीप सुरजेवाला को प्रत्याशी बनाए जाने से भाजपा और जननायक जनता पार्टी सहित सभी दलों को अपनी चुनाव रणनीति पर दोबारा विचार करना पडेगा। जींद उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र भरेन की बृहस्पतिवार को है। उपचुनाव के लिए मतदान 28 जनवरी को है।
रणदीप को उम्मीदवार बनाने से कांग्रेस को मिलेगा बड़ा राजनीतिक फायदा
पार्टी हाईकमान ने जिस तरह कैथल से मौजूदा विधायक रहते हुए रणदीप सुरजेवाला को जींद उपचुनाव में प्रत्याशी तय किया है,उसके राजनीतिक तौर पर मायने भी साफ हो रहे हैं। इससे यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी रणदीप सुरजेवाला को आगामी विधानसभा चुनाव में अपना चेहरा बना सकती है। रणदीप सुरजेवाला ने भी हाईकमान के इसी विश्वास के चलते यह बड़ा राजनीतिक जोखिम लेने का निर्णय किया है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि रणदीप को इस बड़े राजनीति दांव पर बड़ा राजनीतिक फायदा मिल सकता है।