दुष्यंत चौटाला ने कहा- स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वोपरि रखकर ही बनेगी तीन राज्याें की आवागमन नीति
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि तीन राज्यों की आवागमन नीति लाेगों की स्वास्थ्य सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही बनाई जाएगी। इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा तीन राज्यों के बीच आवागमन नीति में लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को सबसे अधिक महत्व देगा। हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बार्डर से आवागमन के लिए अंतरराज्यीय नीति बनाने में लाेगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा प्रमुख होगी। इसकी किसी तरह से उपेक्षा नहीं की जा सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कंपनियों को घर से काम (Work from home) की नीति अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ऐसी कंपनियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एक सप्ताह में हरियाणा सहित उत्तर प्रदेश व दिल्ली तैयार करेंगे नई नीति
तीनों राज्यों की बॉर्डर पर सख्ती से पैदा हालात के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट ने तीनों राज्यों से एक समान नीति बनाने को कहा है। तीनों राज्यों को यह नीति एक सप्ताह में बनानी होगी। इस निर्णय पर हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि तीनों राज्य लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के मद्देनजर ही अंतरराज्यीय आवागमन की नीति तैयार करेंगे।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने एक बातचीत में कहा कि मौजूदा समय में हरियाणा सहित दिल्ली, उत्तर प्रदेश ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के चलते ही बॉर्डर पर सख्ती की है। दिल्ली से लगते हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जिलों में कोरोना वायरस के संक्रमण के केस काफी आ रहे हैं और इसी कारण ऐहतियातन सख्त कदम उठाए गए।
दुष्यंत ने कहा- ऑनलाइन अनुमति लेकर दिल्ली और हरियाणा के बीच आवागमन में कोई समस्या नहीं
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मौजूदा समय में दिल्ली और हरियाणा के बीच अाॅनलाइन अनुमति लेकर आवागमन करने वालों को कोई परेशानी नहीं हो रही है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा जिला के प्रशासन दिल्ली और हरियाणा से आनेवालों की अनुमति पर एंट्री नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जब तीनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी या प्रतिनिधि बैठकर सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार नई नीति बनाएंगे तो निश्चित तौर पर इस समस्या का हल हाे जाएगा।
चौटाला ने बताया कि जब जयपुर में कोरोना का प्रकोप ज्यादा था तो राजस्थान से हरियाणा के बावल, रेवाड़ी, गुरुग्राम आकर काम करने वाले लोगों को परेशानी हो रही थी। उस समय दिल्ली-हरियाणा के बीच आवागमन आसान था। इसके बाद दिल्ली से संक्रमण फैलने पर बार्डर पर सख्ती करनी पड़ी।
कंपनियां घर से काम करने की नीति को बढ़ावा दें, आवागमन नीति में इस पर भी देंगे ध्यान
उपमुख्मयंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि तीनों राज्य के प्रतिनिधि जब सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के तहत दिल्ली से आवागमन की एक नीति बनाएंगे तो इस बात का भी ध्यान रखेंगे कि जो कंपनियां अपने कर्मियों से घर से ही काम ले सकती हैं, उनके कर्मियों को आवागमन की अनुमति न मिले या फिर सप्ताह में एक ही दिन यह सुविधा मिले।
उन्होंने कहा कि असल में तीनों राज्यों में 30 फीसद कर्मी घर से काम कर सकते हैं। इसके अलावा काफी कंपनियों ने अपने कर्मियों को शारीरिक दूरी के नियम की पालना के लिए वैकल्पिक दिनों पर बुलाना शुरू कर दिया है। इससे कुल 50 फीसद लोग ही एक दिन में आवागमन करेंगे। दुष्यंत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है तीनों राज्यों के प्रतिनिधि अपने कर्मियों से घर से काम कराने वाली कंपनियों को प्रोत्साहित करेंगे।
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