एसवाईएल पर इनेलो का बड़ा दांव, मंत्री-विधायकों को रैली में बुलाया
इनेलाे ने एसवाईएल नहर मामले पर नया दांव चला है। इनेलाे नेता ने 7 मार्च को दिल्ली में होनेवाली पार्टी की हुंकार रैली में हरियाणा के मंत्रियों और भाजपा वे कांग्रेस के विधायकों को भी बुलाया है।
जेएनएन, चंडीगढ़। एसवाईएल (सतलुज यमुना लिंक नहर) के निर्माण के लिए पिछले 14 माह से आंदोलन कर रहे हरियाणा के प्रमुख विपक्षी दल इनेलो ने बड़ा दांव खेल दिया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने एसवाईएल नहर, दादूपुर नलवी और मेवात कैनाल को लेकर केंद्र व राज्य सरकारों पर दबाव बनाने के लिए 7 मार्च को दिल्ली में हो रही रैली में भाजपा और कांग्रेस विधायकों को भी बुलाया है।
भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को एसवाईएल की लड़ाई के लिए रैली में आने को लिखे पत्र
भाजपा की हुंकार रैली के तुरंत बाद दिल्ली के रामलीला मैदान में हो रही अधिकार रैली को इनेलो ने किसानों को समर्पित किया है। चौटाला ने भाजपा सरकार के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों से कहा कि यदि वे चाहते हैं कि एसवाईएल नहर का निर्माण हो तो उन्हें इनेलो की रैली में पहुंचना चाहिए। इसी तरह की सलाह चौटाला ने हुड्डा उनके समर्थक विधायकों और निर्दलीय विधायकों को भी दी है। चौटाला ने रैली का न्योता देने के लिए इन विधायकों को पत्र लिखे हैं।
6 मार्च को सदन में एसवाईएल पर काम रोको प्रस्ताव लाएगा इनेलो, कर्मचारियों व किसानों के मुद्दे उठेंगे
इनेलो प्रधान अशोक अरोड़ा और पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा के साथ चौटाला ने भाजपा सरकार पर इनेलो की किसान अधिकार रैली में अड़चन पैदा करने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जानबूझकर बजट सत्र 5 मार्च से आरंभ होगा, ताकि रैली में व्यवधान पैदा किया जा सके। फिर भी इनेलो विधायक 5 व 6 मार्च को सदन में मौजूद रहेंगे तथा एसवाईएल नहर निर्माण के लिए काम रोको प्रस्ताव लाएंगे।
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चौटाला के अनुसार, पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण में कांग्रेस विधायकों द्वारा गतिरोध पैदा किया जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की जींद रैली में 50 से 100 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। लोगों को लालच दिए गए। उन्होंने राज्य में अपराध बढऩे का दावा करते हुए कहा कि अर्धसैनिक बल शांति के लिए नहीं बल्कि लोगों में दहशत पैदा करने के लिए तैनात किए जाते हैं।
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