मनोहर सरकार की बर्खास्तगी के लिए राज्यपाल से मिले इनेलो विधायक
एसवाइएल के मुद्दे पर हरियाणा की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। गत दिवस हरियाणा के हितों की रक्षा न कर पाने का आरोप लगाते हुए इनेलो ने मनोहर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की।
जेएनएन, चंडीगढ़। सतलुज-यमुना लिंक नहर (एसवाइएल) के मुद्दे पर मुखर इनेलो के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिल हरियाणा सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के हाथों में हरियाणा के हित सुरक्षित न होने का आरोप लगाते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय चौटाला ने बुधवार शाम को राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा।
चौटाला और इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा की अगुवाई में हरियाणा राजभवन पहुंचे विधायकों और वरिष्ठ नेताओं ने राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी से कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपना संवैधानिक दायित्व निभाने में असफल रहे हैं। उन्होंने प्रदेश की जनता को उनके हितों की रक्षा करने का भरोसा दिलाया था, किंतु वह एसवाईएल पर पंजाब की नीतियों का समर्थन कर हरियाणा को उसकी जीवन रेखा से वंचित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनेलो प्रदेश के लोगों को साथ लेकर हर हाल में 23 फरवरी को इस्माइलपुर से एसवाईएल की खोदाई शुरू करेगी।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता
पूर्व कृषि मंत्री जसविंदर सिंह संधू, रामपाल माजरा, विधायक परमेंद्र ढुल, रणबीर गंगवा, बलवान सिंह दौलतपुरिया, रामचंद कंबोज, प्रो. रविंद्र बलियाला, वेद नारंग, पिरथी सिंह नंबरदार, अनूप धानक, डॉ. हरिचंद मिड्ढा, डॉ. केसी बांगड़, डॉ. एमएस मलिक, बीडी ढालिया, राम सिंह बराड, एनएस मल्हान, अशोक शेरवाल व प्रवीन आत्रेय।
इनसो ने फूंके कांग्रेस के पुतले
कांग्रेस नेताओं द्वारा एसवाईएल को दरकिनार कर पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए जाने और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के पंजाब का एक बूंद पानी हरियाणा को न देने संबंधी बयान के खिलाफ इनेलो की छात्र इकाई इनसो ने प्रदेशभर में कांग्रेस के पुतले फूंके। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि पंजाब कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र जारी करते समय सुरजेवाला द्वारा हरियाणा के हितों के खिलाफ स्टैंड लेना प्रदेश के हितों पर कुठाराघात है।