हरियाणा के उद्यमियों को परेशान कर रहे हैं स्टील, कॉपर और एल्यूमिनियम के बढ़ते दाम
हरियाणा के उद्यमियों के लिउ कॉपर स्टील और एल्युमिनियम की बढ़ती कीमत भारी परेशानी का कारण बन गए हैं। इससे उनके उत्पादों की लागत काुी बढ़ गई है।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। लॉकडाउन के बाद अनलॉक चार की शुरूआत से उद्योगों में उत्पादन का पहिया क्या घूमा लौह और गैर लौह अयस्क के दाम एकाएक बढ़ने लगे हैं। उद्योग जगत स्टील, कॉपर, एल्यमिनियम के दाम बढ़ने के कारणों की सटीक विवेचना में जुटा है क्योंकि दीपावली तक कच्चे माल में तेजी बरकरार रही तो इसका असर उत्पादन पर भी पड़ सकता है। हरियाणा के उद्यमी कॉपर, स्टील और एल्यूमिनियम के बढ़ते दाम से परेशान हैं।
लौह और गैर लौह अयस्क के दाम बढ़ने से उद्योग जगत परेशान
लौह और गैर लौह अयस्क के दाम बढ़ने से अभी उद्योग जगत की परेशानी बढ़ रही है मगर इसका असर धीरे-धीरे आम जनता पर भी आने लगा है। मसलन भवन निर्माण में इस्तेमाल होने वाला सरिया भी लॉकडाउन के बाद तीन रुपये प्रतिकिलोग्राम बढ़ गया है। लॉकडाउन से पहले सरिया के भाव 40 रुपये प्रति किलोग्राम था तो अनलॉक एक में सरिया का भाव 38 रुपये तक आ गया था और अब यह 43 रुपये प्रतिकिलोग्राम तक पहुंच गया है।
उद्यमी मान रहे हैं कि यह तेजी मांग और आपूर्ति के अनुरूप नहीं बल्कि लाॅकडाउन के दौरान कच्चे माल के उत्पादन में कमी ओर ट्रेडर्स की मुनाफाखोरी के लिए की जा रही कालाबाजारी के कारण है। लौह अयस्क के दाम भी चार हजार रुपये प्रति टन बढ़े हैं। इसके चलते स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (सेल) के उत्पादों के दाम तीन हजार रुपये प्रति टन बढ़ गए हैं। तीन से चार हजार रुपये प्रति टन की बढ़ोतरी थोक मार्केट में छह से सात रुपये और खुदरा मार्केट में दस रुपये प्रति किलोग्राम तक महंगाई में बदल गई है।
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धातु, लॉकडाउन से पहले के भाव (प्रति कि.ग्रा.)- अनलॉक चार के भाव (प्रति कि.ग्रा.), ( वृद्धि फीसद)
हॉट रोल्ड स्टील- 36 - 42 - (16.6)
कोल्ड रोल्ड स्टील- 40 - 47 - (17.5)
कॉपर- 433 - 522 - (20.55)
एल्यूमिनियम- 137 - 145 - (05.83)
जिंक- 167 - 188 - (12.5)
(स्रोत: मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज)
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'' अनलॉक चार के बाद इंडस्ट्री में उत्पादन तेज गति से शुरू हुआ है मगर जिस तरह स्टील, कॉपर और एल्यूमिनियम के कच्चे माल की कीमत बढ़ रही है उससे उद्यमियों की चिंता बढ़ी है। इससे उत्पादन पर भी प्रतिकूल असर पड़ सकता है। कीमतों में यह बढ़ोतरी मांग आपूर्ति के चलते नहीं है बल्कि इसका मुख्य कारण ट्रेडर्स की मुनाफाखोरी के लिए कालाबाजारी है। हमने एसोसिएशन की तरफ से केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर उनका ध्यान इस ओर आकर्षित किया है।
- जेएन मंगला, प्रधान, गुरुग्राम इंडस्ट्रियल एसोसएिशन।