हरियाणा में भी हरसिमरत कौर के इस्तीफे की सियासत का असर, कांग्रेस के निशाने पर आए दुष्यंत
हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे का असर हरियाणा की राजनीति पर भी पड़ रहा है। किसानों की राजनीति पर कांग्रेस नेडिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर निशाना साध दिया है और इस्तीफा मांगा है।
चंडीगढ़, जेएनएन। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के इस्तीफे के बाद हरियाणा में भी राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की ओर इशारा करते हुए कहा कि हरसिमरत के इस्तीफ़े के नाटक को ही दोहरा कर छोटे सीएम अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं दे देते। सुरजेवाला के इस ट्वीट के बाद दुष्यंत के छोटे भाई इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने मोर्चा संभाला है।
रणदीप सुरजेवाला ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मांगा इस्तीफा
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि रणदीप सुरजेवाला क्या कह रहे हैं, हमें उस पर कुछ नहीं कहना है, लेकिन कांग्रेस के इन तमाम नेताओं का पर्दाफाश जल्द होगा। उन्होंने हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज का विरोध करते हुए कहा कि यह दुष्यंत के खिलाफ कांग्रेस का षड्यंत्र था। कांग्रेस के जिन नेताओं ने साजिश की, उसका जल्द ही खुलासा करेंगे। दुष्यंत उगता हुआ सूरज है और कांग्रेस डूबता हुआ जहाज।
दुष्यंत के बचाव में खड़े हुए छोटे भाई दिग्विजय चौटाला
रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्वीट में यह भी कहा है कि छोटे सीएम (दुष्यंत) को पद प्यारा है, किसान प्यारे क्यों नहीं हैं। इसमें कुछ तो राज है। उन्हें किसान माफ नहीं करेंगे। सरकार की पिछलग्गू बनकर जजपा किसान की खेती-रोटी छीनने के जुर्म की भागीदार है। जवाब में दिग्विजय ने कहा कि हरसिमरत कौर केंद्र में मंत्री थीं। विधेयक पर उन्होंने पंजाब के अपनी पार्टी के स्टैंड के तहत इस्तीफा दिया है। मैं पंजाब पर कुछ नहीं कहूंगा।
उन्होंने कहा कि इतना जरूर है कि हरियाणा में किसानों पर जो लाठीचार्ज हुआ, उसकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि हम इस बारे में पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि इसमें गृह मंत्री अनिल विज की कोई भूमिका नहीं है। न ही उन्होंने लाठीचार्ज के आदेश दिए थे। इसलिए जिम्मेदारी उन्हीं अधिकारियों की है, जिन्होंने लाठीचार्ज के आदेश दिए। हम इसकी गहराई में जाएंगे।
सीएम मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच हुई लाठीचार्ज पर मंत्रणा
दिग्विजय चौटाला के अनुसार किसानों पर हुए लाठीचार्ज के बारे में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच चर्चा हुई है। जिन लोगों ने लाठीचार्ज किया है, उनके चेहरों को बेनकाब किया जाएगा। उनके ऊपर कार्रवाई होगी।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज बोले, जब लाठीचार्ज हुआ ही नहीं तो जांच कैसी
दूसरी तरफ, हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि वह पहले भी कह चुके हैं। अब भी कर रहे हैं। प्रदेश में किसानों पर जब लाठीचार्ज हुआ ही नहीं तो जांच किस बात की। विज ने कहा कि हम किसानों पर लाठीचार्ज क्यों करेंगे? उन्होंने कहा कि सरकार के साफ आदेश थे कि कोई लाठीचार्ज नहीं होगा और कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ है।
किरण चौधरी ने लाठीचार्ज का किया विरोध
हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा कि पीपली में किसानों के ऊपर जो लाठीचार्ज हुआ, वह काफी विचलित कर देने वाली घटना है। ऐसी घटनाएं हमारे लोकतंत्र के चेहरे पर बदनुमा दाग़ हैं। पूरे देश में भाजपा व आरएसएस समर्थित संगठन को छोड़कर सभी किसान संगठन इन कृषि विधेयकों का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस विधायक ने कहा कि तीनों विधेयक कोरोना महामारी कै दौरान लॉकडाउन काल में लाए गए जबकि इनको संसद के सत्र में भी लाया जा सकता था, लेकिन इन्हें लाने के पीछे सरकार की मंशा साफ नहीं है।
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