मानसरोवर यात्रा में फंसी हरियाणा की आइएएस रेणु फुलिया, नेपाल ने किया एयर लिफ्ट
कैलाश मानसरोवर की यात्रा पद गईं हरियाणा की आइएएस अफसर रेणु फुलिया नौ लोगों के साथ वहां खराब मौसम में फंस गईं। उनको नेपाल सरकार ने हेलीकाप्टर के जरिये बचाया।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा से दूर पहाड़ी इलाकों में दुर्गम स्थलों का सैर-सपाटा और धार्मिक यात्राएं हरियाणा के आइएएस अफसरों पर भारी पड़ने लगी हैं। हरियाणा की अाइएएस अफसर रेणु फुलिया कैलाश मानसरोवर यात्रा के दौरान वहां फंस गईं। हरियाणा सरकार के अनुरोध के बाद नेपाल सरकार ने रेणु फुलिया सहित 10 लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिये वहां से निकालकर भारत की सीमा में पहुंचाया।
आइएएस की सकुशल वापसी में मुख्य सचिव ढेसी और विदेश मंत्रालय ने निभाई अहम भूमिका
कुरुक्षेत्र के उपायुक्त डॉ. एसएस फुलिया की आइएएस पत्नी रेणु फुलिया नौ अन्य लोगों के साथ कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर गई थीं। दुर्गम पहाड़ों में मौसम ने अचानक मिजाज बदला जिससे पूरा जत्था रास्ते में ही फंस गया। इस पर आइएएस ने अपने महकमे के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके महापात्रा को फोन कर मदद मांगी। महापात्रा ने तुरंत इसकी जानकारी मुख्य सचिव डीएस ढेसी को दी और उनसे विदेश मंत्रालय से संपर्क साधने की गुजारिश की। साथ ही दिल्ली में सेवाएं दे रही हरियाणा कैडर की आइएएस सुरीना राजन से काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास में संपर्क साधने का आग्रह किया।
खराब मौसम में दस तीर्थ यात्रियों के साथ दुर्गम पहाडिय़ों में फंस गईं थी फुलिया
मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने आइएएस फुलिया को सकुशल निकालने के लिए नेपाल में भारतीय दूतावास को मेल के जरिये पूरे प्रकरण की जानकारी देते हुए मदद मांगी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निर्देश पर विदेश मंत्रालय के अफसर भी हरियाणा की आइएएस को सकुशल निकालने के लिए सक्रिय हो गए थे।
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इसके बाद हरकत में आई नेपाल सरकार ने रेणु फूलिया समेत सभी 10 लोगों को हेलीकॉप्टर के जरिये हिलसा से सिम्मी कोट पहुंचाया। वहां से उन्हें एयरक्राफ्ट के जरिये नेपालगंज पहुंचाया गया। नेपालगंज से रेणु फुलिया सड़क के रास्ते शुक्रवार को लखनऊ और फिर शनिवार को घर पहुंच गईं।
पिछले महीने हेलीकॉप्टर से निकाले थे हिमाचल में फंसे दो आइएएस
पिछले महीने भी स्वास्थ्य शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ. शालीन और करनाल के अतिरिक्त उपायुक्त निशांत यादव हिमाचल में चंबा से मंडी जिले की बरोट घाटी तक ट्रैकिंग के दौरान खराब मौसम में फंस गए थे। कांगड़ा जिले के दूरदराज के क्षेत्र बड़ा भंगाल में फंसे इन अफसरों को निकालने के लिए हरियाणा सरकार ने अपना हेलीकॉप्टर भेजा था। महिला को सर्पदंश के नाम पर हेलीकॉप्टर मंगाने के विवाद के बाद खुद सीएम मनोहर लाल ने अपने अफसरों का बचाव करते हुए कहा था कि अपने नागरिकों को बचाना सरकार का दायित्व है।
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