अब एचएसवीपी तय करेगा कहां खुलेंगे शराब के ठेके
जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने फैसला लिया है कि जब भी कोई नया शराब का ठे
जागरण संवाददाता, पंचकूला : हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने फैसला लिया है कि जब भी कोई नया शराब का ठेका खोला जाएगा, तो स्थानीय निवासियों से बैठक की जाएगी। और यदि वे कहीं पर शराब के ठेके का विरोध करेंगे, तो वहां ठेका नहीं खुलेगा। शहर में जब भी नया शराब का ठेका ठेकेदार को दिया जाता है, तो लोगों की ओर से विरोध किया जाता है। प्राधिकरण ने एक्साइज विभाग को इस बारे में पत्र लिख दिया है। पत्र में स्पष्ट कर दिया गया है कि अब ठेके के लिए जगह एक्साइज विभाग नहीं, बल्कि प्राधिकरण तय करेगा। इसके लिए शहर की रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशंस से सुझाव मांगे जाएंगे। शहर में जगह-जगह एचएसवीपी की साइट पर शराब के ठेके लगाए जाते हैं। जिसमें एक्साइज विभाग जगह तय कर प्राधिकरण के पास किराये की साइट के लिए भेज देता है। कई बार रेजिडेंशियल एरिया के आसपास ठेके खोल दिए जाते हैं। जिसका लोगों की ओर से विरोध किया जाता है। लोगों से पूछेंगे : उन्हें कोई परेशानी तो नहीं है
संपदा अधिकारी आशुतोष राजन ने बताया कि एरिया का पता करने के बाद उस एरिया या सेक्टर के लोगों से ऑब्जेक्शन लिए जाएंगे। मार्केट एरिया को छोड़कर बाकी एरिया के बारे में उस सेक्टर की एसोसिएशन या पदाधिकारियों से ऑब्जेक्शन लेंगे। मार्केट के एरिया में भी अगर दिक्कत होगी, तो उसे भी दूर किया जाएगा। एचएसवीपी की ओर से एक्साइज डिपार्टमेंट को कहा गया है कि जब जमीन उनकी है, तो साइट भी वो ही तय करेंगे। एक्साइज डिपार्टमेंट उन्हें सिर्फ जगह बताए कि कहां ठेका लगाना चाहता है। उसके बाद रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशंस से मीटिग की जाएगी। एचएसवीपी साइट को किराये पर देने से पहले 1 साल की पूरी पेमेंट लेगा
इस बार एचएसवीपी किसी भी साइट को किराये पर देने से पहले 1 साल की पूरी पेमेंट लेगा। क्योंकि हर साल कुछ साइट्स को इसलिए सील करना पड़ता है, क्योंकि पेमेंट समय से नहीं दी जाती। जिस कारण बार-बार नोटिस भेजने पड़ते हैं। इसी कारण यह फैसला लिया जा रहा है। एमडीसी एरिया में जहां-जहां लोगों को ऑब्जेक्शन होंगे, वहां वाइन शॉप नहीं खोली जाएंगी। इसमें सिंह द्वार से लेकर पूरा एरिया शामिल है। इसके अलावा मेन सड़कों को लेकर भी ऐसे ही ऑब्जेक्शन हैं। लोगों ने प्राधिकरण के फैसले का स्वागत किया है।