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सेंट्रल जेल में डिजायनर कपड़े पहनती है हनीप्रीत, हर रोज बदलती है ड्रेस

राम रहीम की बेटी हनीप्रीत फिर सुर्खियों में आ गई है। वह जेल में डिजायनर कपड़े पहनती है। हालांकि खाने में उसने जेल के खाने की आदत डाल दी है।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 15 Apr 2018 08:50 PM (IST)Updated: Mon, 16 Apr 2018 08:52 PM (IST)
सेंट्रल जेल में डिजायनर कपड़े पहनती है हनीप्रीत, हर रोज बदलती है ड्रेस
सेंट्रल जेल में डिजायनर कपड़े पहनती है हनीप्रीत, हर रोज बदलती है ड्रेस

जेएनएन, चंडीगढ़। दुष्कर्म मामलों में रोहतक की सुनारिया जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार सुर्खियों की वजह उसके कपड़े हैं। पंचकूला समेत राज्यभर में हिंसा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार हनीप्रीत न केवल पेशी पर बल्कि जेल में भी डिजायनर ड्रेस पहनती है।

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हनीप्रीत पर चूंकि अभी कोई आरोप साबित नहीं हुआ और वह अंडर ट्रायल है, इसलिए विचाराधीन कैदी होने के कारण उसे अपनी पसंद के डिजायनर कपड़े पहनने की छूट है। वह हर रोज कपड़े बदलती है। हनीप्रीत फिलहाल अंबाला की सेंट्रल जेल में बंद है। उसका जेल में किसी भी दूसरे कैदी से कोई संपर्क नहीं है।

जेल के सूत्रों का कहना है कि शुरू में हनीप्रीत जेल के खाने में कई तरह की कमियां निकालती थी, मगर अब उसे जेल के खाने की आदत हो गई है। इस तरह की खबरें भी आई कि जेल के स्टाफ ने हनीप्रीत को घर का खाना खाने की स्वीकृति दे रखी थी, लेकिन मीडिया में यह बातें सामने आई तो घर के खाने पर रोक लगवा दी गई। अब हनीप्रीत जेल का ही खाना खा रही है।

भजन कीर्तन में अब खास ध्यान नहीं हनीप्रीत का

हनीप्रीत को आरंभ में आध्यात्मिक माना जाता था। वह पंचकूला में पेशी के दौरान भी काफी देर तक पूजा पाठ करती थी, लेकिन अंबाला जेल में उसकी दिनचर्या में पूजा पाठ अब ज्यादा जरूरी नहीं है। कभी-कभी समय मिलने पर ही वह थोड़ी देर के लिए ध्यान में बैठती है। वह जेल में अकेले ही रहना पसंद करती है। हनीप्रीत के परिवार का कोई न कोई सदस्य अंबाला जेल में मिलने आता रहता है। कई बार वह उनसे अपने पिताजी (गुरमीत राम रहीम) के बारे में पूछती है, लेकिन उसे कोई खास जानकारी नहीं मिल पाती है।

गुरमीत पहन रहा कैदियों के कपड़े, दाढ़ी का रंग बदला

वहीं, सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को जेल प्रशासन उसे अच्छे व्यवहार वाले कैदियों की श्रेणी में मानता है। वह अकुशल कैदी के तौर पर काम करता है और मजदूरी के रूप में उसे हर रोज 20 रुपये का मानदेय मिलता है। राम रहीम जेल के किचन गॉर्डन में सब्जियां उगाने का काम करता है।

एक कैदी के रूप में राम रहीम केवल जेल के कपड़े ही पहन सकता है। पिछले आठ महीनों में उसकी दाढ़ी और सिर के बाल भूरे हो गए हैं। जेल प्रशासन ने राम रहीम को अपने खाते में हर महीने पांच हजार रुपये जमा कराने की स्वीकृति दी है, जिससे वह जेल की कैंटीन से फल व अन्य खाद्य सामग्री आदि खरीदता है।

तलवार दंपती के वकील करेंगे गुरमीत की पैरवी 

डेरा सच्चा सौदा सिरसा ने हाल ही में लखनऊ के दो वकीलों तनवीर अहमद मीर और ध्रुव गुप्ता को पैरवी के लिए हायर किया है। दोनों ने आरुषि मर्डर केस में तलवार दंपती का बचाव किया था। यह दोनों वकील डेरे के साधुओं को नपुंसक बनाने के एक अन्य केस में गुरमीत राम रहीम की पैरवी करेंगे। राम रहीम पर अपने 166 पुरुष चेलों (साधुओं) की नसबंदी कराने का आरोप है। इसके अलावा हत्या के भी दो केस चल रहे हैं। हरियाणा की पंचकूला की स्पेशल कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर रही है।

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