मुरथल मामले पर संज्ञान लेने वाले हाईकोर्ट के जज एनके सांघी का निधन
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश एनके सांघी का सोमवार का तिरुपति में निधन हो गया। जस्टिस सांघी ने मुरथल में जाट हिंसा के दौरान महिलाओं से बदसूलुकी और दुष्कर्म की खबर पढ़ कर इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था।
जागरण सवांददाता चंडीगढ़। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस एनके सांघी का आंध्रप्रदेश के तिरूपति में साेमवार को दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। जस्टिस सांघी मानवीय संवेदनाओं से आेतप्रोत व संवेदनशील न्यायाधीश माने जाते थे। उन्होंने मुरथल में जाट हिंसा के दौरान महिलाओं से बदसूलुकी और दुष्कर्म की खबर पढ़ कर इस मामले में स्वत: संज्ञान लिया था। उन्होंने इस मामले को हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भेजा था। इसके बाद इस मामले की जांच शुरू हुई।
जस्टिस एन.के. सांघी रविवार को अपने बेटे-बहु व अन्य के साथ चंडीगढ़ से तिरूपति बालाजी के दर्शन के लिए निकले थे। सोमवार को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ जैसे ही वह मंदिर परिसर में पहुंचे अचानक उनके सीने में तेज दर्द उठा। उनकी खराब स्थिति को देखते हुए उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
डाक्टरों के प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। जस्टिस सांघी के साथ उनका छोटा बेटा और बहू तिरूपति में ही हैं। परिवार के नजदीकी लोगों के अनुसार उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर लाया जाएगा।
जस्टिस सांघी का जन्म नारनौल जिले में 1955 को हुआ था। उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन स्थानीय गवर्नमेंट कॉलेज तथा कानून की पढ़ाई यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ नागपुर से पूरी की। जस्टिस सांघी ने1996 में हरियाणा में डिप्टी एडवोकेट जनरल तथा 2007 में पंजाब के एडिशनल एडवोकेट जनरल के तौर पर काम किया।
1980 में उन्होंने अपनी वकालत आरंभ की और 30 सिंतबर 2011 को उन्हें पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एडिशनल जज के तौर पर शपथ दिलाई गई। जस्टिस सांघी अगले वर्ष अगस्त में सेवानिवृत होने वाले थे।
अदालतों में मंगलवार को नहीं होगा काम
जस्टिस एन के सांघी के देहांत के कारण पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के अलावा हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ की सभी अदालतों में काम नही होगा। हाई कोर्ट के रजिस्टार ने इन सभी कोर्ट में मंगलवार को अवकाश के रहेगा। हाई कोर्ट में जिन केस की सुनवाई मंगलवार को तय थी अब उन पर बुधवार को सुनवाई होगी।