Fight against Corona: जमातियों के मददगार सरकार के रडार पर, पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने जुटाई डिटेल
कोराेना संकट के समय मुसीबत बने तब्लीगी जमातियों के मददगार अब सरकार के रडार पर हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसे लोगों की डिटेल जुटा ली है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में घुसे तब्लीगी जमातियों के मददगार अब सरकार के रडार पर हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने इनके बारे मे डिटेल जुटा लिए हैं। राज्य में धर्म प्रचार के लिए घुसे करीब 1400 तब्लीगी जमातियों ने राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से योजनाबद्ध तरीके से विभिन्न राज्यों में घुसे इन तब्लीगी जमातियों की वजह से हरियाणा में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज मुश्किल हो रहा है। जितने भी जमातियों के टेस्ट किए जा रहे, उनमें से अधिकतर पाजीटिव आ रहे हैं, इस कारण राज्य में कोरोना पाजीटिव केस की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
हरियाणा सरकार सीधे कार्रवाई करने से कर रही परहेज, मगर खुफिया एजेंसियां अपने काम में जुटी
राज्य सरकार 1 मार्च के बाद हरियाणा में आए सभी जमातियों के कोरोना टेस्ट कराने का निर्णय पहले ही ले चुकी है, जिनकी संख्या करीब 500 है। हरियाणा का स्वास्थ्य विभाग जहां इन जमातियों के इलाज में जुटा है, वहीं राज्य की खुफिया एजेंसियां तथा पुलिस अपने स्तर पर तमाम जानकारियां जुटाने में लगी है। हरियाणा की खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि इन जमातियों का कनेक्शन अपने समाज के लोगों को सिर्फ दीनी तालिम देना ही नहीं है। यहां रहकर वह पहले भी अवांछनीय गतिविधियों को अंजाम देते रहे होंगे और आगे भी उनका यही इरादा होगा। इसलिए पुलिस अपनी जांच में किसी भी एंगिल को नजर अंदाज नहीं कर रही है।
राज्य सरकार बता लगा रही कि सिर्फ दीनी तालिम ही था इनका टारगेट या फिर कोई बड़ा मिशन
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज को लगता है कि यदि सीधे इन जमातियों को राडार पर ले लिया गया तो देश भर में इसकी विपरीत प्रतिक्रिया हो सकती है, इसलिए उनके साथ पुलिस को सामान्य ढंग से पेश आने को कहा जा रहा है, लेकिन पुलिस भी बिना किसी शोर शराबे के इन जमातियों की गतिविधियों की तह में जाने की हरसंभव कोशिश कर रही है।
हरियाणा पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने तमाम तब्लीगियों और उनके मददगारों की पूरी डिटेल निकाल ली है। तब्लीगी जमाती किस तारीख को हरियाणा में आए और किस मस्जिद में रुके थे, इसका पूरा रिकार्ड पुलिस के पास है। ऐसे तमाम मौलवियों पर निगाह रखी जा रही है, जो इन जमातियों के हिमायती बनकर प्रदेश में उन्हें शरण देते रहे हैं। इन जमातियों की गतिविधियों का बड़ा केंद्र नूंह जिला रहा है, जहां सबसे अधिक जमाती मिले हैं। नूंह जिला पहले भी अवावंछनीय गतिविधियों का केंद्र रह चुका है।
हरियाणा पुलिस एक एसआइटी बनाकर संदिग्ध प्रवृत्ति के जमातियों खासकर विदेशी जमातियों को अपने राडार पर लेने पर विचार कर रही है। अभी उनके इलाज में कुछ समय बाकी है। इलाज पूरा होने के बाद संदिग्ध जमातियों से पूछताछ के आधार पर हरियाणा पुलिस इस बात की तह में जाने की कोशिश करेगी कि विभिन्न राज्यों में आपस में इन जमातियों के आका तथा तब्लीगियों के किस तरह के संबंध हैं तथा उनका टारगेट सिर्फ दीनी तालिम ही है या फिर इसके पीछे किसी तरह का दूसरा कोई मंतव्य छिपा हुआ है।
लाॅकडाउन में सहयोग नहीं किया जमातियों ने: विज
'' हरियाणा में करीब 1400 तब्लीगी जमाती पहुंचे हैं। हम सभी को क्वारंटाइन में रखे हुए हैं। 1 मार्च के बाद आए सभी जमातियों का कोरोना टेस्ट होगा। विदेशी जमातियों की संख्या 107 ही है। प्राथमिक जांच में यही पता चल रहा कि वे दीनी तालिम के लिए यहां आए थे, लेकिन यह भी सच है कि लाॅकडाउन के दौरान उन्हें सरकार का सहयोग करना चाहिए था, जो नहीं किया। इसलिए आगे की कार्रवाई पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। फिलहाल हम कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
- अनिल विज, गृह मंत्री, हरियाणा।