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दिल्ली का सताया हरियाणा अब एंटीजन टेस्टिंग किट से करेगा कोरोना का मुकाबला

हरियाणा में अब कोरोना मरीजों की जांच एंटीजन टेस्टिंग किट से होगी। राज्‍य में कोरोना से पैदा हालात में सुधार के बावजूद राज्‍य सरकार अब कोई रिस्‍क लेने के मूड में नहीं है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 09 Jul 2020 08:11 AM (IST)Updated: Thu, 09 Jul 2020 08:11 AM (IST)
दिल्ली का सताया हरियाणा अब एंटीजन टेस्टिंग किट से करेगा कोरोना का मुकाबला
दिल्ली का सताया हरियाणा अब एंटीजन टेस्टिंग किट से करेगा कोरोना का मुकाबला

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार सुधार के बावजूद प्रदेश सरकार किसी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं है। प्रदेश सरकार ने कोरोना की जांच के लिए एंटीजन टेस्टिंग किट से टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोकस हालांकि दिल्ली से सटे पांच प्रमुख जिलों गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, झज्जर और पलवल में टेस्टिंग बढ़ाने पर है, लेकिन गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने पूरे प्रदेश में एंटीजन टेस्टिंग किट से टेस्ट कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हिदायतें जारी की जा चुकी हैं।

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हरियाणा में टेस्टिंग बढ़ाने की दिशा में प्रदेश सरकार ने की कार्रवाई शुरू

हरियाणा में रिकवरी रेट सुधरकर अब 76 फीसदी तक पहुंच गई है। कोरोना पाजिटिव केस का डबलिंग रेट 19 दिन है। प्रदेश सरकार इसे हरियाणा की सेहत के लिए अच्छा संकेत मानती है, लेकिन इसके बावजूद किसी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं है।

एनसीआर के साथ लगते पांच जिलों समेत पूरे प्रदेश में होगी जांच तेज

हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अनुसार दिल्ली में बहुत अधिक संक्रमण फैलने का खामियाजा प्रदेश के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। प्रदेश में फिलहाल हर रोज आठ हजार सैंपलिंग हो रही है, जिनमें पांच सौ केस पॉजिटिव मिल रहे हैं। ऐसे में बहुत से मामले ऐसे भी हैं, जिनमें कोई लक्षण नहीं है। इसलिए एंटीजन टेस्टिंग किट बिना लक्षण वाले लोगों में कोरोना की शीघ्र जांच के लिए काफी मददगार साबित हो सकेगी।

एंटीजन टेस्टिंग किट से सिर्फ 30 मिनट में ही जांच हो जाएगी और रिपोर्ट भी मिल जाएगी। इस जांच के लिए न ही लैब और न ही मशीन की जरूरत होगी। एक ऐसा टेस्ट किट लांच किया गया है, जो ऑन द स्पॉट जांच करने में सक्षम है। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले में टेस्टिंग को और तेज करने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने एंटीजन टेस्ट किट को मंजूरी दी है।

दिल्ली एम्स और आइसीएमआर ने इन किट का परीक्षण करने के बाद जांच की अनुमति दी है। अगर कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित मिलता है तो उसको दोबारा आरटी-पीसीआर जांच कराने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर कोई नेगेेटिव मिलता है तो उसके सैंपल की लैब में आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी।

दक्षिण कोरिया की कंपनी ने यह एंटीजन किट बनाई है। इस किट का उत्‍पादन हरियाणा के मानेसर में हो रहा है। नाक से सैंपल लेने के बाद 15 से 30 मिनट में यह किट जांच रिपोर्ट देती है। एम्स और आइसीएमआर की टीम ने जब इन किट का परीक्षण किया तो इस किट के नतीजे 99.3 से 100 फीसदी तक सही मिले। टेस्ट किट को दो डिग्री से 30 डिग्री के बीच रखना होगा। डॉक्टरों का कहना है कि इसका मतलब यह हुआ है कि किट अगर पॉजिटिव रिपोर्ट देती है तो इस पर भरोसा किया जा सकता है। हालांकि संक्रमण के फैलाव को लेकर नेगेटिव रिपोर्ट वाले लोगों की आरटी पीसीआर जांच जरूरी है।

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'राज्यों को मिल चुके आइसीएमआर से दिशा निर्देश'

'' आइसीएमआर ने किट के इस्तेमाल को लेकर राज्यों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। एसडी बायोसेंसर कंपनी की इस किट का इस्तेमाल सख्त चिकित्सीय निगरानी में कराने के अलावा जांच करने वाला शख्स पीपीई से कवर होता है। इस रैपिड एंटीजन डिटेक्शन किट को एक अहम जांच विकल्प के रूप में देख रहा है। इसके नतीजे भी काफी अच्छे हैं। प्रदेश में टेस्टिंग बढ़ाने के लिए हमने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

                                                                                     - अनिल विज, गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री, हरियाणा।


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