Haryana Assembly Session: हंगामे के बीच विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
Haryana Assembly Session हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। सदन लगभग तीन घंटे चला।
जेएनएन, चंडीगढ़। Haryana Assembly Session: कोरोना संक्रमण के बीच हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र दोपहर दो बजे शुरू हुआ। इस दौरान विपक्ष ने सदन में खूब हंगामा किया। तीन घंटे तक चली कार्यवाही को विधानसभा उपाध्यक्ष ने अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। अब एक माह बाद हालात सामान्य होने पर विधानसभा का सत्र बुलाया जाएगा। सत्र में कोई नया बिल पेश नहीं हुआ। संशोधन बिल हीपास हुए। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अनुपस्थिति में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सदन की कमान संभाली। चौटाला परिवार के किसी सदस्य ने 16 साल के लंबे अंतराल के बाद सदन का नेतृत्व किया। सदन में कांग्रेस विधायक करप्शन इन कोविड लिखे मास्क पहनकर सदन में पहुंचे।
विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा ने बताया कि सत्र के लिए 700 अधिकारी, कर्मचारी एकत्र हुए हैं, इसलिए सत्र सिर्फ एक ही दिन चलाया जाएगा। अब प्रश्नकाल नहीं होगा। संसदीय कार्यमंत्री सदन के पटल पर तारांकित और अतारांकित उत्तर रखे जाएंगे। केवल दो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब ही सदन के पटल पर संसदीय कार्यमंत्री द्वारा रखे जाएंगे। सदन ने विपक्ष के विरोध के बावजूद इसे पारित कर दिया। विपक्ष के शोर मचाने पर उपाध्यक्ष ने बताया कि यह निर्णय नेता प्रतिपक्ष के साथ हुई कार्य सलाहकार समिति में लिया गया है। विज ने कहा कि सीएम सहित 9 विधायक कोरोनाग्रस्त हैं।
विज बोले- क्या कांग्रेसी हुड्डा को अपना नेता नहीं मानते?
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि विधायक यदि सदन चलाना चाहते हैं वह ठीक है. लेकिन हमारे सीएम मनोहर लाल समेत नौ विधायक कोरोना ग्रसित हैं। यदि वह नौ सदस्य भी हमारे बीच में होते तो बाकी एमएलए भी संक्रमित हो जाते। इसके बावजूद सत्र चल रहा है तो यह स्वागत योग्य है। जो सदस्य सदन चलाने की आवाज उठा रहे थे, उनके नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में थे। इन विधायकों को हुड्डा की सहमति में सहमति देनी चाहिए। विज ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को अपने नेता की सहमति में सहमति जतानी चाहिए।
अनिल विज ने कहा कि सत्र की अवधि बढ़ाने की मांग करने वाले विधायक यह कहें कि वह हुड्डा को अपना नेता नहीं मानते। अगर ऐसा नहीं है तो वह हुड्डा की बात मानते हुए एक दिन के सत्र के प्रति सहमति बनाएं। विज ने कांग्रेस विधायकों से कहा कि या तो शोर मचाने वाले विधायक यह घोषणा करें कि भूृपेंद्र सिंह हुड्डा को वे अपना नेता नहीं मानते या फिर जो कार्य सलाहकार समिति में जो तय हुआ है, उसे मान लें। यह सदन स्थगित होगा, खत्म नहीं होगा। अध्यक्ष इस पर अंतिम निर्णय लेंगे।
संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर कसा तंज। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों ने अपने नेता के प्रति अविश्वास प्रकट कर दिया, क्योंकि बीएसी की बैठक में सर्वसम्मति से हुए निर्णयों का विरोध कर रहे हैं कांग्रेस विधायक।
हुड्डा बोले- कोरोना काल में भ्रष्टाचार बढ़ा
नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जो बीएसी की बैठक में तय हुआ था, उसके मुताबिक काफी एमएलए नहीं हैं और अधिकारी भी नहीं हैं। इसके बावजूद काफी मसले ऐसे हैं जिन्हें उठाया जाना है। बहुत से घोटाले हुए हैं। कोरोना काल में हरियाणा में भ्रष्टाचार बढ़ा है। कोर्ट में जिन बिलों पर जवाब देना है, उन पर ही चर्चा करें। बाकी बिलों को पेंडिंग रखा जाए।
ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर दिए जवाब से अभय संतुष्ट नहीं
हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मैंने अपनी तरफ से बारह ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिए थे, जिसमें से दो ही अलाउ हुए हैं। यह सभी खारिज करता हूं। आपने मेरे दो प्रस्तावों का जो जवाब दिया है, उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं। मैं अपने ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा करना चाहता हूं। अभय सिंह चौटाला बोले कि मैं स्पीकर से सहमत नहीं हूं। मेरी बात को आपको सुननी होगी। स्पीकर ने कहा कि जब भी आगे चर्चा होगी तो अभय सिंह चौटाला के ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा होगी। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि राजस्थान में सेशन चला तो क्या वहां चर्चा नहीं हुई। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हमारे जो भी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव हैं वह खारिज नहीं होंगे। जब भी सेशन आगे चलेगा, उन पर चर्चा होगी।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मेरे जिन ध्यानाकर्षण प्रस्तावों का जवाब सरकार ने टेबल किया है, उन पर चर्चा होनी चाहिए। यहां कौन विधायक ऐसा है, जो कोविड का मरीज है और चर्चा नहीं कर सकता। कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि यदि अभय चौटाला के ध्यानाकर्षण प्रस्तावों पर चर्चा ही होनी है तो फिर प्रश्नोत्तर काल क्यों नहीं हो सकता।
बिजनेस एडवाइजरी कमेटी के फैसले से अभय संतुष्ट नहीं, वाकआउट किया
अभय चौटाला ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि न उन्हें और न निर्दलीय विधायकों को बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक बुलाया गया। निर्दलीय विधायक और हम ख्वामखाह चुनकर आए हैं क्या, जो हमारी राय नहीं ली गई बीएसी की बैठक में। हमें क्यों नहीं बुलाया गया है। अभय चौटाला संसदीय कार्य सलाहकार समिति के निर्णय पर उठाए सवाल। उन्होंने कहा कि पहले बीएसी की बैठक में सभी दलों के सदस्यों को बुलाया जाता रहा है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हमें सदन में एक दिन के लिए क्या साइन करने के लिए बुलाया है। हम तो सोच रहे थे कि नौ माह में जो घोटाले हुए हैं, उन पर चर्चा करेंगे, लेकिन लगता है कि स्पीकर के नाते आप भी इन घोटाले करने वालों से मिल गए हैं। इसके बाद अभय ने सदन से वाकआउट कर लिया।
गुर्जर बोले- हम नहीं चाहते बच्चों के पास कोरोना वाली डिग्री
संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने तारांकित और अतारांकित प्रश्न सदन के पटल पर रखे। हरियाणा की पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि जो विधायक कोरोना पॉजीटिव हैं, स्वास्थ्य मंत्री उनका खास ख्याल रखें। विश्वविद्यालय परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर रहे हैं। सरकार को यह चिंता नहीं है कि बच्चों को भी कोरोना हो सकता है, इसलिए परीक्षाओं के शेड्यूल को री-शेड्यूल किया जाए।
संसदीय कार्य एवं शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि हम किसी बच्चे पर यह दाग नहीं लगवाना चाहते कि उसके पास कोरोना वाली डिग्री है, इसलिए हम हर हाल में कोई न कोई बीच का रास्ता निकालते हुए परीक्षा जरूर लेंगे। हरियाणा सरकार कोरोना वाली डिग्री नहीं देगी। गुर्जर ने कहा कि शिक्षा विभाग छात्रों को कोरोना वाली डिग्री नहीं देगा। शिक्षा विभाग छात्रों की परीक्षाएं लेकर ही परिणाम देगा। उसी के आधार पर डिग्री दी जाएगी। विश्वविद्यालयों से संबंद्ध महाविद्यालयों में परीक्षाएं ऑनलाइन भी ली जा सकती है।
जजपा विधायक रामकुमार गौतम ने कहा कि कोरोना का नाम ले लेकर कुछ भी कर लो। कोरोना अभी साबित नहीं हो पाया है। विधायक धर्मपाल गोंदर ने आशा वर्करों की महिला सुपरवाइजरों के तबादलों की नीति का विरोध किया तथा कहा कि आशा वर्करों को 300-300 किलोमीटर दूर भेजा गया है। यह नीति रद की जाए। पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि कोरोना की आड़ में यह नहीं होना चाहिए।
नूंह नगर पालिका को नगर परिषद बनाए जाने का रास्ता साफ
हरियाणा नगर पालिका संशोधन विधेयक 2020 भी हुआ पारित। शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने प्रस्ताव रखा कि जिला मुख्यालयों पर जो नगर पालिका हैं, वे नगर परिषद में तब्दील हो जाएंगी क्योेंकि अब तक नगर परिषद 50 हजार की जनसंख्या वाले शहर को ही बनाया जाता है मगर नूंह जिला में नूंह नगरपालिका है और यहां की जनसंख्या 16160 है। अब यहां की जनसंख्या 24390 है। विकास कार्यों के लिए नूंह नगर पालिका को नगर परिषद बना दिया जाएगा।
रजिस्ट्री घोटाले को लेकर राजकुमार गौतम ने साधा निशाना
रजिस्ट्री घोटाले को लेकर जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम ने निशाना साधा। कहा कि रजिस्ट्रियां हर राज में हुई हैं। पहले रजिस्ट्री करने वाला पांच हजार लेता था अब एक लाख मांगता है। यह भी कहता है कि ऊपर देकर आऊंगा। यह पिछले और अब के राज में अंतर है। हरियाणा नगरीय क्षेत्र विकास तथा विनियमन विधेयक पैसे खाने का तंत्र बनेगा। कॉलोनियों की रजिस्ट्री पर कोई बैन नहीं होना चाहिए। छोटे या बड़े शहर में कॉलोनी में प्लाॅटों की रजिस्ट्री पर कोई रोक नहीं हो। इसमें विकास शुल्क लगा दो मगर गरीब का मकान गिराने वाले को सजा मिलनी चाहिए। जितने मकान बने सबको नियमित बनाएं। गांव में तो मकान बनाने के लिए नियंत्रित करने का काम नहीं करना चाहिए। एटीपी और डीटीपी सब पैसे खाने वाले हैं। हर सरकार में भ्रष्टाचार हुआ है। पहले वाली भी और इस बार की भी।
रजिस्ट्री पर चैक एंड बैलेंस लगाएंगे
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सदन में कहा कि डीड संवैधानिक अधिकार है। इस पर चैैक एंड बैलेंस लगाए जा सकते हैं लेकिन किसी की रजिस्ट्री रोक नहीं सकते। चौदह दिनके अंदर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट एनओसी देना अन्यथा रजिस्ट्री को अप्रूव माना जाएगा। लीज के साथ-साथ जो गिफ्ट डीड बनाई जाती थी, उस पर भी चैक एंड बैलेंस लगाएंगे। अर्बन लोकल बाडीज को जियो मैपिंग के साथ जोड़ा है। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सिंपल करेंगे। बारी बारी से दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़े तथा डिजिटल माध्यम से रजिस्ट्री का लाभ मिलेगा।
इनको दी गई श्रद्धांजलि
इससे पूर्व, सदन में कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल हंसराज भारद्वाज, मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन, पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता, विधायक कृष्ण हुड्डा, पूर्व विधायक मनीराम, प्रख्यात शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, स्वतंत्रता सेनानी धारा सिंह, 25 शहीदों, कोरोना से जंग में मारे गए कोरोना योद्धाओं को श्रद्धांजलि दी गई।
विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले आज डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, गृह मंत्री अनिल विज और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मौजूदगी में हुई हरियाणा विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक हुई। विधानसभा परिसर में हुई बैठक में तय हुआ कि इस सत्र को ज्यादा अवधि तक चलाना उचित नहीं है। सदन की कार्यवाही सिर्फ एक दिन चलेगी।
हरियाणा की इतिहास में पहली बार सदन के नेता मुख्यमंत्री और स्पीकर की गैर उपस्थिति में सत्र शुरू हुआ। देश के इतिहास में कोई उपमुख्यमंत्री पहली बार सदन के नेता के तौर पर विधानसभा की कार्यवाही का संचालन कर रहे हैं। यह श्रेय दुष्यंत चौटाला को मिला।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल, स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता समेत कुल 7 विधायक कोरोना पाजिटिव हैं। जिन विधायकों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव होगी उन्हें ही विधानसभा में एंट्री दी जाएगी। विधानसभा के भी कई कर्मचारियों और करीब एक दर्जन सुरक्षाकर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव है। विधायकों, कर्मचारियों, अधिकारियों सभी के लिए कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है।
विधानसभा फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए चल रही है। फिजिकल डिस्टेंसिंग को देखते हुए विधानसभा में सीटिंग प्लान किया गया है। सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य है। पहली बार विधानसभा सदन में दर्शक दीर्घा खत्म की गई है। सदन में पत्रकार दीर्घा में पत्रकार भी नहीं रहेंगे। पत्रकारों के लिए अलग से हरियाणा निवास में व्यवस्था की गई है।
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस विधायक कोरोना करप्शन इन कोविड लिखे हुए मास्क पहनकर सदन की कार्यवाही में हिस्से लेने पहुंचे। यह रणनीति कल ही कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बन गई थी, जिसे गोपनीय रखा गया, लेकिन आज जब मास्क की तैयारी की जा रही थी तो सीआइडी को इसकी सूचना मिली। एक विधायक ने यह मास्क तैयार कराए हैं।
ये बिल हुए पास
- हरियाणा नगर मनोरंजन शुल्क विधेयक पास हुआ
- हरियाणा ग्रामीण विकास संशोधन बिल पास
- हरियाणा लिफ्टस और एस्केलेटर संशोधन विधेयक पास
- हरियाणा नगर पालिका संशोधन विधेयक पास
- हरियाणा अग्निशमन सेवा संशोधन विधेयक पास
पॉजिटिव मिले मंत्री, विधायक और अफसर
1. मुख्यमंत्री मनोहर लाल
2. स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता
3. कृषि मंत्री जेपी दलाल
4. परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा
5. विधायक रामकुमार कश्यप
6. विधायक असीम गोयल
7. विधायक लक्ष्मण नापा
8. विधायक हरविंदर कल्याण
9. मुख्यमंत्री के ओएसडी भूपेश्वर दयाल
10. मुख्यमंत्री के आइटी सलाहकार ध्रुव मजूमदार
11. हरियाणा एमएलए के तीन कर्मचारी
12. विधानसभा, हरियाणा पुलिस और अन्य विभागों के 23 कर्मचारी
13. करनाल के सांसद संजय भाटिया
14. कुरुक्षेत्र के सांसद नायाब सैनी
15. कांग्रेस प्रवक्ता रंजीता मेहता
16. हरियाणा काडर के आइएएस चंडीगढ़ के उपायुक्त मंदीप बराड़
17. सीएम कोठी के दस अन्य कर्मचारी
18. कई अन्य नेता व अधिकारी रिपोर्ट के इंतज़ार में या एहतियातन आइसोलेशन में।