हरियाणा कोरोना संकट को अवसर में करेगा तब्दील, राज्य में निवेश करेंगी 60 बड़ी कंपनियां
हरियाणा कोराेना संकट को अवसर के रूप में तब्दल करेगा। राज्य सरकार ने विकास और औद्योगिक विकास की बृहद रूपरेखा तैयार की है। इसके साथ ही राज्य मेंं 60 बड़ी कंपनियां निवेश करेंगेी।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा कोरोना संकट (Corona crisis) का अवसर में तब्दील करेगा। इसके लिए सीएम मनोहरलाल और उनकी सरकार वृहद रूपरेखा तैयार कर चुकी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 की चुनौती को अवसर के रूप में ले रही है और इस अवधि के दौरान औद्योगिक और आर्थिक सुधारों पर काम किया गया है। इसके परिणामस्वरूप 60 बड़ी कंपनियों ने हरियाणा में निवेश के लिए अपनी रुचि दिखाई है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, राज्य सरकार ने कोरोना काल में राज्य की अर्थव्यवस्था की समीक्षा करने के लिए एक रोड-मैप तैयार किया है, जिसके तहत विभिन्न प्रमुख व्यक्तियों के नेतृत्व में कई कार्य समूहों का गठन किया गया है। मनोहर लाल फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब (एफसीसी) ऑफ साउथ एशिया के साथ आयोजित एक वर्चुअल वेबिनार में औद्योगिक विकास की योजनाओं का खुलासा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न कंपनियों ने चीन से अपना आधार (बेस) बदलना शुरू कर दिया है और वे हरियाणा को निवेश के लिए एक आदर्श गंतव्य के रूप में देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में न केवल उद्योग के लिए अनुकूल माहौल बनाया है, बल्कि राज्य में नई इकाइयों की स्थापना के लिए एक छत के नीचे आवश्यक मंजूरी सहित विभिन्न सुविधाएं भी प्रदान की हैं।
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में निवेशकों को आकॢषत करने की दृष्टि से राज्य सरकार ने भूमि और श्रम सुधारों पर काम किया हैं। इसके तहत, राज्य में नई इकाइयां स्थापित करने के अंतर्गत पहले 1000 दिनों के लिए कारखाना अधिनियम और औद्योगिक विवाद अधिनियम के प्रावधानों में राहत प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, हरियाणा के इतिहास में पहली बार, राज्य सरकार ने भी प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों को लीज होल्ड पर जमीन देने की अनुमति देने का फैसला भी किया है। भारतीय मूल के लोग जो दूसरे देशों में रह रहे थे और अब वापस आ गए हैं, उन्हेंं भी नए औद्योगिक कलस्टरों में अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
मनोहर लाल ने कहा कि उनकी इच्छा है कि राज्य के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज होना चाहिए और इसी कड़ी में प्रदेश में वर्तमान में 11 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं तथा तीन अन्य निर्माणाधीन हैं।