हरियाणा में सस्ती हवाई सेवाओं की जमीन तैयार, ईंधन पर वैट घटा
हरियाणा में छोटे हवाई रूट के लिए विमान ईंधन पर वैट 20 फीसद से घट कर एक फीसद हो गया है। यह राहत तीन साल के लिए दी गई है।
जेएनएन, चंडीगढ़। पेट्रोल-डीजल पर वैट (मूल्य संवर्धित कर) में छूट देने से बच रही मनोहर सरकार ने हरियाणा में सस्ती हवाई सेवाओं की जमीन तैयार कर दी है। इसके तहत रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (आरसीएस) के तहत छोटे रूटों पर चलने वाले विमानों को सरकार सस्ता ईंधन देगी। आरसीएस हवाई उड़ानों के लिए विमानन टरबाइन ईंधन (एटीएफ) की बिक्री पर वैट की दर को 20 फीसद से घटाकर एक फीसद कर दिया गया है।
हवाई सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनियों की लागत कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने यह कदम उठाया है। यह फैसला मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया। केंद्र सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को आसान बनाकर इसे सुविधाजनक बनाने के लिए आरसीएस उड़ानें शुरू की है।
क्षेत्रीय मार्गों पर एयरलाइन परिचालन की लागत को कम करने के लिए केंद्र सरकार, राज्य सरकार और हवाई अड्डा ऑपरेटर एयरलाइंस ऑपरेटरों को रियायतों के माध्यम से सहयोग देंगे। ऐसे मार्गों पर अपेक्षित राजस्व और एयरलाइन परिचालनों की लागत के बीच अंतर को पूरा करने के लिए वित्तीय (व्यवहार्यता गैप फंडिंग का समर्थन) सहायता प्रदान करने के लिए यह उपाय किया गया है।
प्रदेश सरकार ने भी नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण के साथ इस संबंध में समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौता ज्ञापन के तहत आरसीएस हवाई अड्डïों और राज्य में स्थित अन्य हवाई अड्डïों से आरसीएस हवाई उड़ानों के लिए तीन साल तक विमानन टरबाइन ईंधन की बिक्री पर वैट एक फीसद या इससे भी कम किया जाएगा। वैट में कमी इस शर्त के साथ मिलेगी कि बिक्री डीलर आरसीएस उड़ान कंपनी के अधिकृत व्यक्तिद्वारा विधिवत रूप से भरा हुआ और हस्ताक्षरित प्रमाणपत्र प्रस्तुत करेगा।
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