हरियाणा पुलिस इजरायली तकनीक से निपटेगी अपराधियों से
हरियाणा पुलिस अब अपराधियों से निपटने के लिए इजरायली तकनीक अपनाएगी। पुलिस अपराधियों के चेहरे आैर आवाज का डाटा तैयार कर उसे स्टोर करेगी।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस अब अपराधियों से इजरायली तकनीक से निपटेगी। पुलिस आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का फेस व वायस डाटा बैैंक तैयार करेगी। इस डाटा बैैंक में हर संदिग्ध के चेहरे व आवाज की डिटेल होगी। यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति आपराधिक वारदात को अंजाम देने वाला होगा अथवा टेलीफोन के जरिये आपराधिक गतिविधियों का संचालन करेगा तो डाटा बैैंक तुरंत पुलिस को अलर्ट कर देगा।
स्टोर करेगी अपराधियों का चेहरा और आवाज, सीसीटीवी से कनेक्ट रहेगा डाटा बैैंक
यह फैसला हरियाणा पुलिस के अधिकारियों के इजरायल से दौरे के बाद लिया गया है। इजरायल पुलिस इस तकनीक को अरसे से अपना रही है। आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले इन व्यक्तियों का चेहरा तभी रिकार्ड हो सकेगा, जब संबंधित वारदात स्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। सीसीटीवी कैमरे और डाटा बैैंक आपस में कनेक्ट होंगे। संदिग्ध प्रवृत्ति का व्यक्ति जैसे ही सीसीटीवी कैमरे में नजर आएगा, उसका फोटो डाटा बैैंक से जुड़ी पुलिस की स्क्रीन पर शो होने लगेगा और पुलिस अलर्ट हो जाएगी।
संदिग्ध स्थल पर अपराधी के पहुंचते ही मिलेगी सूचना
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ इजरायल के दौरे पर गए सीआइडी प्रमुख अनिल कुमार राव, कानून एवं व्यवस्था के एडीजीपी मोहम्मद अकील और रोहतक रेंज के आइजी नवदीप विर्क ने इस प्रोजेक्ट के बारे में पुलिस महानिदेशक बीएस संधू के साथ चर्चा की है। पुलिस विभाग की तकनीकी टीम प्रस्ताव तैयार करने में जुट गई है।
गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएस प्रसाद से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष यह प्रस्ताव रखा जाएगा। पंचकूला में बनाए जा रहे डायल-100 के केंद्रीय सेंटर के साथ भी इस डाटा बैंक को कनेक्ट किया जा सकता है। इसके लिए एक साफ्टवेयर तैयार कराया जाएगा। हरियाणा में अक्सर फिरौती के मामलों में फोन का इस्तेमाल होता है।
वायस डाटा बैंक तैयार होने के बाद फोन पर आने वाली आवाज को तुरंत कंप्यूटर के जरिये पहचाना जा सकेगा और बदमाश तक पहुंचने में आसानी होगी। सीआइडी प्रमुख अनिल कुमार राव का कहना है कि फेस और वायस डाटा बैंक तैयार करने के बारे में विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है।