हरियाणा को एसवाईएल नहर पर पंजाब के रुख से कड़ी आपत्ति
हरियाणा सरकार ने एसवाईएल नहर मामले में पंजाग के रुख पर आपत्ति जताई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब के सीएम प्रकाश सिंह बादल द्वारा नहर के लिए अधिग्रहीत करने के बयान पर कड़ा एतराज किया है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। एसवाईएल नहर के पानी के लिए राष्ट्रपति संदर्भ पर सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई के बीच पंजाब द्वारा अपने राज्य में अधिग्रहीत भूमि को अनाधिसूचित करने के बयान पर हरियाणा ने कड़ा एतराज जताया है। हरियाणा ने कहा कि पंजाब बड़ा भाई है और उसे छोटे भाई के हितों का ध्यान रखना चाहिए। सरकार जाट आरक्षण पर चर्चा को 12 मार्च को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सरकार यह मुद्दा भी उठाएगी।
पढ़ें : एसवाईएल नहर पर सुप्रीम कोर्ट में बेकार गया पंजाब का दांव
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के बयान को राजनीति से प्रेरित और दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। बादल ने कहा था कि सतलुज यमुना लिंक नहर के निर्माण के लिए पंजाब में अधिग्रहीत भूमि को अनाधिसूचित किया जाएगा। मनोहर ने कहा कि इस समय सर्वोच्च न्यायालय में पंजाब अंतरराज्यीय जल समझौते निरस्तीकरण अधिनियम, 2004 के संबंध में राष्ट्रपति संदर्भ पर सुनवाई चल रही है और इस दौरान उनका यह बयान देना निराशाजनक है।
सीएम मनोहरलाल ने कहा, अपने हिस्से के पानी का एक-एक बूंद लेकर रहेगा हरियाणा
मनोहर ने कहा कि अदालत में विचाराधीन मामले पर किसी को भी इस तरह टिप्पणी करने से गुरेज करना चाहिए। बादल एक अनुभवी राजनेता हैं। मैं उनका सम्मान करता हूं। पंजाब के हरियाणा का बड़ा भाई होने के नाते उन्हें छोटे भाई के हितों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
पढ़ें : पंजाब विधानसभा में एसवाईएल मामले पर हंगामा, कांग्रेस विधायक निलंबित
मनोहर लाल ने कहा, हम हरियाणा के पानी के न्यायोचित हिस्से की एक-एक बूंद लेकर रहेंगे। एसवाईएल हरियाणा के किसानों की जीवन रेखा है और उनकी सरकार यथाशीघ्र हरियाणा के हिस्से का पानी इसके माध्यम से लाने के लिए हरसंभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पढ़ें : एसवाईएल मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों पर पानी की बौछार व लाठीचार्ज