मुरथल गैंगरेप केसः अफसरों की कॉल रिकार्डिंग कोर्ट में पेश, कोर्ट मित्र ने लोकेशन भी मांगी
मुरथल गैंगरेप केस में अफसरों से जुड़े कॉल रिकार्ड का ब्योरा हाई कोर्ट को सौंप दिया गया है। इससे पता लगेगा कि प्रकरण के दौरान कौन अधिकारी किस के संपर्क में थे।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में फरवरी 2016 में हुए हिंसक जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मुरथल में सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण में अफसरों से जुड़े कॉल रिकार्ड का ब्योरा पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट को सौंप दिया गया है। कॉल डिटेल यह पता लगाने में मदद करेगी कि मुरथल सामूहिक दुष्कर्म प्रकरण के दौरान कौन अधिकारी किस-किस के संपर्क में थे। वहीं, कॉल डिटेल कोर्ट मित्र अनुपम गुप्ता को भी उपलब्ध कराई गई है।
सुनवाई के दौरान अनुपम गुप्ता ने कॉल डिटेल के रिकार्ड को नाकाफी बताते हुए कहा कि इसमें टॉवर लोकेशन का कहीं उल्लेख नहीं है। इसके बिना रिकॉर्ड का कोई महत्व नहीं है। इस पर हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिए कि आइजी, एसपी, डीएसपी, डीसी, एसडीएम, एसएचओ के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड के साथ ही टॉवर लोकेशन भी मुहैया कराई जाए। गुप्ता ने डीएसपी ट्रैफिक सुनील कुमार व एसडीएम निशांत कुमार यादव की कॉल डिटेल और टावर लोकेशन भी दिए जाने की गुजारिश की। हाईकोर्ट ने सुनवाई 18 अप्रैल तक स्थगित कर दी।
पिछली सुनवाई पर कोर्ट मित्र अनुपम गुप्ता ने पूछा था कि यदि मुरथल में गैंगरेप नहींं हुआ था तो आखिर क्या हुआ था? क्यों सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे और उन्हें किसने कॉल कर बुलाया था? गुप्ता ने उस रात मौजूद सभी अधिकारियों की फोन कॉल डिटेल मुहैया करवाने को कहा था। इसको जांचने के बाद पता चल जाएगा कि आखिर उस रात हुआ क्या था।
यह भी पढ़ेंः युवती को साथियों के साथ मिलकर किया अगवा, फिर खेत में किया दुष्कर्म