हरियाणा से बाहर नासिक में खुद का बिजली प्लांट लगाएगी हरियाणा सरकार
हरियाणा में बिजली की समस्या के स्थायी हल के लिए राज्य सरकार नासिक में एक पावर प्लांट खरीदने की तैयारी में है। इस संबंध में राज्य सरकार ने केंद्रीय बिजली मंत्रालय को पत्र लिखा है। महाराष्ट की प्राइवेट कंपनी बिजली प्लांट बेच रही है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने दूसरे राज्यों की अपेक्षा प्रदेश में बिजली संकट पर नियंत्रण पा लेने का दावा किया है। बिजली की समस्या का स्थाई हल निकालने के लिए अब सरकार ने हरियाणा से बाहर दूसरे राज्य में भी एक पावर प्लांट खरीदने का निर्णय लिया है।
महाराष्ट के नासिक में एक प्राइवेट कंपनी द्वारा यह प्लांट बेचा जा रहा है और हरियाणा इसे खरीदने की तैयारी कर रहा है। इस प्लांट में खुद की बिजली पैदा कर हरियाणा सरकार बिजली की किल्लत से काफी हद तक निजात पा सकेगी।
हरियाणा की ओर से इस पावर प्लांट को खरीदने के लिए केंद्रीय बिजली मंत्रालय को लिखा जा चुका है। सीएम मनोहर लाल ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत में कहा कि इस बार अप्रैल से ही भीषण गर्मी पड़ने की वजह से बिजली की डिमांड बढ़ी। अप्रैल-मई के दौरान 8500 मेगावाट बिजली की जरूरत थी, जबकि प्रदेश के पास 1800 मेगावाट के करीब बिजली कम थी। इसी वजह से कट लगाने पड़े।
सीएम ने कहा कि अदाणी पावर से 600 मेगावाट की आपूर्ति शुरू हो गई है। अदाणी नया प्लांट शुरू कर रहा है और कुछ दिनों बाद इससे भी 600 मेगावाट बिजली हरियाणा को मिलने लगेगी। खेदड़ पावर प्लांट में 600 मेगावाट की बंद पड़ी यूनिट अब शुरू होगी। चाइना से इसक पार्ट आ चुका है। सौर ऊर्जा से भी 26 मेगावाट बिजली का प्रबंध हो गया है। इसी तरह से हरियाणा को जम्मू-कश्मीर से 300 मेगावाट बिजली मिलनी शुरू होने वाली है, जिसमें से कुछ हिस्सा आना आरंभ हो चुका है।
मुख्यंमत्री ने बताया कि भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड से इन दिनों बिजली की सप्लाई बंद है, लेकिन 22 मई के बाद यहां से भी 500 से 1000 मेगावाट तक बिजली मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि बिजली बचाने के लिए सरकार ने एलइडी लाइट्स के साथ पंखे लगवाए हैं। छह लाख 61 हजार के करीब ट्यूबवेल कनैक्शन प्रदेश में हैं और जून में इन्हें चलाने के लिए बिजली की जरूरत होगी। इसे भी ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रबंध करने शुरू कर दिए हैं।