दुष्यंत चौटाला बोले- पूरे पांच साल चलेगी हरियाणा सरकार, 30 दिन में गिराने वालों के सपने टूटे
हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विपक्ष पर जमकर हमला किया है। उन्हाेंने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार को 30 दिन के अंदर गिराने का दावा करने वालों के सपने टूट गए हैं। यह सरकार पूरे पांच साल चलेगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने किसान आंदोलन के बीच एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उन पर किसी तरह का कोई राजनीतिक दबाव नहीं है। विपक्ष अपने षड्यंत्र रचने में लगा है और किसानों को गुमराह कर रहा है। 30 दिन में सरकार गिरने का दावा करने वाले और हर रोज यही सपना देखकर सोने वाले विपक्ष को समझ लेना चाहिए कि गठबंधन की सरकार पूरे पांच साल चलेगी।
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा, हमारे लिए किसान हित सर्वोपरि
हरियाणा में भाजपा के साथ जजपा सरकार में साझीदार है। जजपा के कई विधायक किसानों के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद कर चुके हैं। इसके बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि हमारे विधायक यदि किसानों की बात उठाते हैं तो यह अच्छी बात है। जजपा का यही धर्म है और जजपा के विधायक अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं। दुष्यंत चौटाला ने विपक्षी दलों पर किसानों को भड़काने के आरोप लगाए हैं। खुद की पार्टी के विधायकों के अलावा विरोधियों द्वारा बनाए जा रहे दबाव को लेकर दुष्यंत ने दो टूक कहा कि मेरे ऊपर किसी तरह का राजनीतिक दबाव नहीं है।
किसान संगठनों से किया बातचीत के लिए आगे आने का आह्वान, विपक्ष न करे राजनीति
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश में बहुत से ऐसे राजनेता हैं जो सरकार के गठन के समय ही कह रहे थे कि 30 दिन में सरकार गिरा देंगे। सरकार पूरी तरह से मजबूत है और गठबंधन कायम रहेगा। प्रदेश की गठबंधन सरकार पूरे पांच साल चलेगी। किसान आंदोलन को लेकर जब उनसे पूछा गया तो दुष्यंत ने कहा कि किसान हित में इन कानूनों में कई सुधार होने चाहिए। हम किसानों के साथ हैं। जेजेपी ने केंद्र सरकार को कृषि कानूनों में बदलाव के लिए कई सुझाव दिए।
डिप्टी सीएम चौटाला के अनुसार केंद्र सरकार इनमें बदलाव के लिए तैयार भी है। सभी 40 किसान संगठनों को बातचीत के लिए आगे आना चाहिए। बातचीत से ही इस समस्या का हल निकलेगा। बिना बातचीत के समाधान कैसे हो पाएगा। उन्होंने दोहराया कि अगर प्रदेश और किसानों के हितों पर कोई बात आएगी तो मैं सबसे पहले इस्तीफा देने वालों में शामिल हूंगा।
उन्होंने कहा कि चौधरी देवीलाल और डा. मंगलसेन ने प्रदेश के हितों के लिए इस्तीफे दिए थे। हम किसानों के हितों से किसी तरह का खिलवाड़ नहीं होने देने के हक में हैं, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि विपक्ष किसानों के कंधों को राजनीति के लिए इस्तेमाल करता रहे।