Rajya Sabha Election: छत्तीसगढ़ में हरियाणा में कांग्रेस विधायकाें ने की वोटिंग की रिहर्सल , दो वोट कम रहे
Rajya Sabha Election 2022 हरियाणा मे 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग की आशंका को टालने के लिए कांग्रेस नेतृत्व ने पार्टी के विधायकों को छत्तीसगढ़ के रायपुर में रखा हुआ है। वहां कांग्रेस विधायकों ने राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग की रिहर्सल की।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। Rajya Sabha Election 2022 : छत्तीसगढ़ के रायपुर का मेफेयर लेक रिसार्ट कुछ देर के लिए राज्यसभा चुनाव का मतदान केंद्र बन गया। नौ जून तक यहां छुट्टियां बिता रहे कांग्रेस के 29 विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में मतदान करने की रिहर्सल की। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत कांग्रेस के यह सभी विधायक मतदान की इस रिहर्सल में पास निकले।
हुड्डा भी पहुंचे रिहर्सल वोट डालने, विधायकों के साथ किया लंच, किरण और कुलदीप की वोट नदारद रही
कांग्रेस विधायकों का एक-एक वोट कीमती है। उनका यह वोट किसी सूरत में खराब या निरस्त न होने पाये, इसलिये कांग्रेस विधायकों की राज्यसभा चुनाव में मतदान से पहले रिहर्सल कराई गई। कांग्रेस प्रत्याशी अजय माकन और राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मतदान केंद्र के भीतर पार्टी के चुनाव पर्यवेक्षक की भूमिका निभाई।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मंगलवार को पहली बार रायपुर पहुंचे। वहां अपनी पार्टी के साथी विधायकों के साथ लंच करने और खुद को मतदान की रिहर्सल में शामिल करने के बाद हुड्डा वापस लौट आये। कांग्रेस प्रभारी विवेक बंसल और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी हुड्डा के साथ थे। कांग्रेस के विधायकों की संख्या 31 है।
किरण चौधरी निजी कारणों से और कुलदीप बिश्नोई नाराजगी स्वरूप रायपुर नहीं गये। फिलहाल मेफेयेर में 29 विधायक मौजूद हैं। उन्हें रिसार्ट से बाहर जाने की इजाजत नहीं है। इन विधायकों की सुरक्षा में रिसार्ट के बाहर जबरदस्त पहरा लगा हुआ है। कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को जीतने के लिये 31 विधायकों के वोट की ही जरूरत है।
कांग्रेस को उम्मीद है कि उसे सभी 31 वोट मिलेंगे। रिहर्सल के दौरान कांग्रेस विधायकों का चुनाव में वोट डालने का क्रम भी तय किया गया। कार्तिकेय शर्मा पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता कुलदीप शर्मा के दामाद हैं। कुलदीप शर्मा की भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ दोस्ती जग जाहिर है। विनोद शर्मा भी हुड्डा के करीबी रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का पद न मिलने से नाराज चल रहे हैं। इसलिए वह कांग्रेस से दूरी बनाए हुए है।
भाजपा-जजपा व निर्दलीय विधायकों के समर्थित उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा राज्यसभा चुनाव में अजय माकन को टक्कर दे रहे हैं। भाजपा विधायकों की संख्या 40 है। राज्यसभा की पहली सीट पर भाजपा के पास कृष्णलाल पंवार को 31 वोट डालने के बाद नौ वोट बचेंगे। यह नौ वोट कार्तिकेय शर्मा के काम आएंगे।
दस जजपा विधायकों और सात निर्दलीय में से छह विधायकों ने भी कार्तिकेय को वोट देने का ऐलान कर रखा है। एक हलोपा विधायक गोपाल कांडा कार्तिकेय के साथ हैं। इस तरह, कार्तिकेय के पास फिलहाल 26 वोटों का आंकड़ा हैं। लेकिन उन्हें जीत हासिल करने के लिये कांग्रेस उम्मीदवार से ज्यादा वोट चाहिए।
अभय चौटाला नौ जून को लेंगे फैसला, ओमप्रकाश चौटाला से करेंगे मुलाकात, बलराज कुंडू असमंजस में
निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू और इनेलो विधायक अभय सिंह चौटाला ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस में अपनी आत्मा बसने का दावा करने वाले विधायक कुलदीप बिश्नोई द्वारा हालांकि अजय माकन का ही साथ देने का दावा किया जा रहा है, मगर यह मान भी लिया जाए कि कुलदीप ने कांग्रेस के साथ वफा नहीं की, तब भी अजय माकन निर्दलीय कार्तिकेय से बेहतर स्थिति में हैं।
अभय चौटाला ने अपना समर्थन कार्यकर्ताओं के बीच जाकर ऐलान करने की बात कही है। उन्होंने नौ जून को बैठक बुलाई है। इससे पहले अभय सिंह चौटाला जेल में बंद अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला से मुलाकात कर उनके दिशा-निर्देश प्राप्त करेंगे। निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू का समर्थन हासिल करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा, सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और जजपा विधायक नयनपाल रावत उनके संपर्क में हैं।
एक-एक वोट की कीमत समझ रहे कांग्रेस दिग्गज
राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी द्वारा नियुक्त किए गए पर्यवेक्षक छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला रायपुर में कांग्रेस विधायकों को लगातार वोटिंग का प्रशिक्षण दे रहे हैं। राज्यसभा सदस्य एवं दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल मंगलवार को रायपुर पहुंचे और विधायकों के साथ संवाद किया। बघेल, शुक्ला व गोहिल ने विधायकों को वोटिंग पैटर्न समझाया। बैलेट पेपर की रिहर्सल भी हुई।
कांग्रेस यह कवायद इसीलिए कर रही है ताकि वोटिंग में किसी तरह की गड़बड़ न हो। वोट रद होने का खतरा भी बना रहता है। कार्तिकेय शर्मा के मैदान में आने के बाद क्रास वोटिंग का खतरा बढ़ा हुआ है। कांग्रेस की कोशिश है कि किसी सूरत में उसके विधायकों का वोट रद न हो पाये। 2016 के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के 16 विधायकों के वोट रद हो गये थे।
वोटिंग के दौरान उनके पेन की स्याही बदल गई थी, जबकि रणदीप सुरजेवाला का वोट किरण चौधरी को दिखाने की वजह से रद हो गया था और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस हाईकमान सोनिया गांधी को बताकर अपना बैलेट पेपर कोरा छोड़ दिया था। हुड्डा तब के निर्दलीय उम्मीदवार आरके आनंद को वोट नहीं देना चाहते थे।