हरियाणा सीएम मनोहर ने केंद से मांगा पांच हजार करोड़, बजट से पहले केंद्रीय वित्तमंत्री से मिले
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने केंद्रीय बजट से पहले केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की। उन्होंने केंद्रीय वित्तमंत्री से हरियाणा के लिए पांच हजार करोड़ रुपये का पैकेज मांगा। मनोहरलाल ने रेलमंत्री पीयूष गोयल से भी मुलाकात की।
नई दिल्ली/चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केंद्रीय बजट 2021-22 में हरियाणा के लिए पांच हजार करोड़ रुपये के पैकेज की मांग की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ हुई प्री-बजट बैठक में मुख्यमंत्री ने आम बजट में केंद्र सरकार की तरफ से किए जाने वाले प्रावधान के अलावा कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास सहित कई योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए राशि मांगी। उन्होंने काेरोना संकट के प्रभाव से उबरने से लेकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरी व ग्रामीण विकास के लिए इस पैकेज की मांग को आधार बनाया।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ प्री-बजट बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोविड-19 के संकट से बाहर निकलने के लिए प्रबंधन, स्वास्थ्य व आधारभूत मेडिकल सुविधाओं पर राज्य सरकार ने 2300 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च किए। इसलिए इसकी भरपाई के लिए केंद्र सरकार से तीन हजार करोड़ रुपये मांगे गए हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में कृषि,किसान और ग्रामीण विकास के लिए एक हजार करोड़ तथा एक हजार करोड़ रुपये की राशि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के शहरी व ग्रामीण विकास के लिए मांगे गए हैं।
मनाेहरलाल वीडियो कान्फ्रेंस से केंद्रीय वित्तमंत्री के साथ प्री बजट बैठक करते हुए। (हरियाणा डीपीआर)
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने बताया कि केंद्रीय बजट 2021-22 में केंद्र सरकार हरियाणा की बेहतर गतिशीलता के लिए यह प्रावधान करे। इसके लिए केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष तथ्यात्मक रिपोर्ट भी राज्य की तरफ से रखी गई है। प्री-बजट बैठक में हरियाणा के वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी वी एस एन प्रसाद भी मौजूद रहे।
केएमपी के साथ रेल परियोजना पर शीघ्र शुरू हो काम
वित्त मंत्री के साथ प्री-बजट में हिस्सा लेने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सायं रेल भवन में रेल मंत्री पीयूष गोयल से भी राज्य की विभिन्न रेल परियोजनाओं को लेकर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने सितंबर 2020 में पलवल से सोहना-मानेसर-खरखौदा होते हुए सोनीपत तक हरियाणा आर्बिटल रेल कारिडोर परियोजना को मंजूरी दी थी।
उन्होंने बताया कि यह रेल लाइन पलवल से शरू होगी और मौजूदा हरसाना कलां स्टेशन (दिल्ली-अंबाला खंड पर) पर समाप्त होगी। यह मौजूदा पातली स्टेशन (दिल्ली-रेवाड़ी लाइन पर), सुल्तानपुर स्टेशन (गढ़ी हरसरू-फरुखनगर लाइन पर) और असौध स्टेशन (दिल्ली-रोहतक लाइन पर) को मार्गस्थ कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह परियोजना हरियाणा रेल बुनयादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड द्वारा पूरी जाएगी, जो रेल मंत्रालय के साथ मिलकर स्थापित की गई संयुक्त उद्यम कंपनी है।
रेलमंत्री पीयूष गाेयल के साथ चर्चा करते सीएम मनोहरलाल। (तस्वीर हरियाणा डीपीआर ने उपलब्ध कराई)
उन्होंने बताया कि इस परियोजना की अनुमानित कार्य समापन तक लागत 5617 करोड़ रुपये है। अगले पांच साल में पूरे होने वाली इस परियोजना के लिए मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री से विस्तार से चर्चा की। इससे हरियाणा के पलवल, नूंह, गुरुग्राम, झज्जर और सोनीपत जिले लाभान्वित होंगे। राज्य सरकार ने केएमपी के दोनों ओर दो किलोमीटर क्षेत्र को रिहायशी, वाणिज्यिक और औद्योगिक रूप में विस्तारित करने का प्रविधान भी किया है। इस परियोजना से इस क्षेत्र में विकास के नए आयाम जुड़ेंगे। इसके अलावा गुरुग्राम में पंचग्राम योजना को भी इससे लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री की रेलमंत्री से इन छह परियोजनाओं पर हुई चर्चा -
- पंचकूला रेलवे स्टेशन का चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन की तर्ज पर विकास होगा।
- करनाल से यमुनानगर रेलवे लाइन को सैद्धांतिक सहमति मिली।
- करनाल से यमुनानगर रेलवे लाइन की डीपीआर बनेगी,शीघ्र होगा काम शुरू।
- कैथल में चार किलोमीटर एलिवेटेड रेलवे ट्रैक बनेगा। इस पर सहमति हो गई।
- रोहतक में एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के नीचे की सड़क को पीडब्ल्यूडी बनाएगा ।
- कलानौर में भिवानी हरिद्वार रेल का हाल्ट बनेगा, एक साल के लिए मंजूरी मिल गई है।
यात्रियों के हिसाब से आगे की अनुमति मिलेगी।
मनोहरलाल ने कहा- किसानों से वार्ता में सार्थक हल की उम्मीद
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने मंगलवार होने वाली किसान संगठनों और केंद्र सरकार की बैठक में पूरे मामले का सार्थक हल निकलने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि किसानाें और सरकार के बीच 9-10 दौर की बातचीत हो चुकी है। दोनों पक्षों में बातचीत आगे बढ़ रही है। अपेक्षा यही है कोई सार्थक हल निकाला जाएगा। 26 जनवरी पर किसानों ने आश्वासन दिया है कि वे किसी तरह का व्यवधान नहीं डालेंगे।
मनोहरलाल ने कहा, गणतंत्र दिवस हम सभी के लिए राष्ट्रीय पर्व है। मैं सभी से अपील करता हूं जो व्यक्ति जहां है अपने-अपने संगठन के हिसाब से राष्ट्रीय पर्व मनाए। किसी के कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न करना उचित नहीं है
किसान देशभक्त है, ऐसा -वैसा कुछ नहीं करेंगे।