चंडीगढ़ लौटे सीएम ने डीजीपी को किया तलब, रेवाड़ी के एसपी का तबादला
सीएम मनोहर लाल अपने समस्त कार्यक्रमों को बीच में छोड़कर चंडीगढ़ पहुंचे और डीजीपी को तलब कर उन्हें रेवाड़ी दुष्कर्म मामले के सभी आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी के आदेश जारी किए।
जेएनएन, चंडीगढ़। रेवाड़ी सामूहिक दुष्कर्म मामले पर मनोहर सरकार सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल रविवार को सारे कार्यक्रमों को छोड़कर चंडीगढ़ लौटे। सीएम ने डीजीपी बीएस संधू को तलब कर सभी आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी के आदेश जारी किए। सीएम सख्ती के कुछ देर बाद ही रेवाड़ी के एसपी राजेश दुग्गल का तबादला कर दिया गया। उनकी जगह राहुल शर्मा रेवाड़ी के नए एसपी होंगे।
मामले के प्रमुख आरोपितों में सेना का जवान पंकज, खेती करने वाला युवक मनीष और पूर्व छात्र निशु शामिल हैं। पुलिस प्रमुख बीएस संधू ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए गत दिवस को एसआइटी का गठन किया था। एसआइटी के अलावा नौ अलग-अलग पुलिस पार्टियां मेधावी छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही हैं। हरियाणा पुलिस ने आरोपितों को पकड़वाने पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मेधावी छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस प्रमुख बीएस संधू से पूरी रिपोर्ट तलब की है। यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है। महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा की ओर से इस प्रकरण में पीडि़त पक्ष को न्याय दिलाने के लिए पत्र भी लिखा गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ जालंधर के दौरे पर थे। वह रविवार को जालंधर का अपना कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर चंडीगढ़ पहुंच गए।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गृह सचिव एसएस प्रसाद, पुलिस महानिदेशक बीएस संधू और सीआइडी प्रमुख अनिल कुमार राव समेत उच्च अधिकारियों को तलब करते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी। पुलिस महानिदेशक ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री इन प्रयासों से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने पुलिस प्रमुख से कहा कि गिरफ्तारी के लिए सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस प्रमुख बीएस संधू इसी माह 30 सितंबर को रिटायर होने वाले हैं।
राष्ट्रपति से सम्मानित हो चुकी टॉपर छात्रा
हरियाणा सरकार द्वारा सम्मानित की गई स्कूल की टॉपर रही लड़की के पिता का कहना है कि संभव है कि कई लोगों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया हो। 26 जनवरी 2016 को छात्रा को राष्ट्रपति ने भी पढ़ाई में अच्छे नंबर लाने के लिए सम्मानित किया था।
प्राथमिकी के मुताबिक यह घटना उस वक्त हुई जब लड़की महेंद्रगढ़ जिले में कनीना के कोचिंग सेंटर से लौट रही थी। लड़की ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि कार में सवार होकर आए आरोपितों ने उसे अगवा किया और उसे एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां उसे नशीला पेय पिलाने के बाद सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के साथ-साथ पीड़िता को हरसंभव मदद करेगी सरकार
उधर, महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन ने सीएम से मांग की कि रेवाड़ी दुष्कर्म मामले में दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले। उन्होंने कहा कि पीड़िता के प्रतियोगी प्रशिक्षण शिक्षा का खर्च उठाने के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से हरसंभव मदद व सहायता की जाएगी। उन्होंने निजी तौर पर पीड़िता की भविष्य में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए पूरी मदद करने का भी भरोसा दिलाया।