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हरियाणा के सीएम मनोहरलाल ने MSP पर अमरिंदर व गहलोत सरकारों को दी खुली चुनौती

हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने किसानों की फसलों के लिए एमएसपी के मुद्दे को लेकर बड़ी बात कही है। उन्‍होंने पंजाब केे मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत को एमएसपी पर खुली चुनौती दी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 21 Oct 2020 08:02 PM (IST)Updated: Wed, 21 Oct 2020 08:02 PM (IST)
हरियाणा के सीएम मनोहरलाल ने MSP पर अमरिंदर व गहलोत सरकारों को दी खुली चुनौती
कैप्‍टन अमरिंदर सिंह, अशाेक गहलोत और मनोहरनलाल।

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पड़ोसी राज्य पंजाब व राजस्थान की कांग्रेस सरकारों को खुली चुनौती दी है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार द्वारा विधानसभा में पास किए गए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) गारंटी विधेयक पर मनोहर लाल ने खुले सवाल खड़े किए। अमरिंदर सिंह की सरकार ने निर्णय लिया है कि एमएसपी से कम रेट पर फसलों की खरीद करने पर तीन साल की सजा होगी।

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कहा- मक्का, बाजरा व सरसों की एमएसपी पर खरीद का कानून बनाएं पंजाब-राजस्थान

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बुधवार को चंडीगढ़ में कहा कि कानून बनाने से कुछ नहीं होने वाला है। पंजाब सरकार अगर किसानों की सच्ची हितैषी है तो सरसों, बाजरा, मक्का, सूरजमुखी व मूंग की दाल की खरीद भी वह एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करे। हरियाणा सरकार ऐसा कर रही है। केंद्र में इन फसलों का एमएसपी नहीं होने के बाद भी हरियाणा सरकार किसानों की इन फसलों का दाना-दाना एमएसपी पर खरीद रही है। ऐसा न तो पंजाब में हो रहा है और न ही राजस्थान में किया जा रहा है। फिर दोनों राज्यों की सरकारें कैसे किसान हितैषी होने का दम भर सकती हैं। यदि वह किसान हितैषी हैं तो उन्हें एमएसपी पर इन फसलों की खरीद का कानून बनाना चाहिए। राजस्थान में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री हैं।

कहा- कृषि से जुड़े तीनों कानून किसानों के फायदे में, कांग्रेस कर रही किसानों को गुमराह

मनोहर लाल ने कहा कि अगर पंजाब में धान की कम आवक रही तो साफ हो जाएगा कि कानून बनाने से कोई फायदा नहीं होगा। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीनों ही कानून किसानों के फायदे के लिए हैं। विपक्षी दलों व कुछ किसान संगठनों द्वारा किसानों को गुमराह किया जा रहा है। किसानों को बहुत जल्द यह बात समझ में आ जाएगी कि इन कानूनों से उन्हें कितना फायदा हुआ है। कृषि कानूनों के विरोध में भाजपा छोड़ने वाले नेताओं पर टिप्पणी करते हुए मनोहर लाल ने कहा कि यह लोग भ्रमित हो गए हैं। बहुत जल्द उन्हें समझ आएगा कि उन्होंने गलती की है। इसके बाद वे अपने फैसले पर पुनर्विचार करेंगे।

हमारी सरकार का कहने की बजाय करने में ज्यादा यकीन

मुख्यमंत्री के अनुसार हम कहने की बजाय करने में विश्वास रखते हैं। किसानों के हित में जितने फैसले राज्य सरकार ने लिए हैं, उतने किसी दूसरे राज्य में नहीं लिए गए। हरियाणा ने किसानों की सब्जियों व बागवानी फसलों को भी भावांतर भरपाई योजना में शामिल किया है ताकि किसी भी सूरत में किसानों को नुकसान न हो। उनका लागत मूल्य उन्हें हर हाल मे मिले। आज पूरे देश में कांग्रेस पीछे जा रही है। भाजपा और सहयोगी दलों ने देश व प्रदेशों में अच्छा शासन दिया है। इससे अच्छा माहौल भाजपा के लिए बना है।

बरोदा में विकास को चुनेगी जनता, जातिगत राजनीति के दिन लदे

मुख्यमंत्री मनोहर लाल बरोदा में अपनी पार्टी यानी गठबंधन के उम्मीदवार पहलवान योगेश्वर दत्त की जीत के प्रति आशान्वित हैं। उन्होंने कहा कि बरोदा की जनता भी विकास को चुनेगी। बरोदा में कांग्रेस विधायकों ने कुछ काम नहीं करवाए। यह बरोदा के हलके के लोगों ने भी देखा है कि वहां तीन-चार महीनों में विकास की जो रफ्तार शुरू हुई है, वैसी पहले नहीं हुई।

सीएम ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि बरोदा के लोग विकास को ही चुनेंगे। निर्दलीय प्रत्याशी कपूर सिंह नरवाल द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन देने से जुड़े सवाल पर सीएम ने कहा कि इससे कुछ नहीं होगा। लोगों को पता है कि उनका भला कौन कर सकता है। भाजपा जातिगत राजनीति न तो करती और न ही इस पर विश्वास करती है। प्रदेश में अब जातिगत राजनीति के दिन लद गए हैं।


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