Haryana News: हिमाचल के आर्थिक संकट पर हरियाणा में चढ़ा सियासी पारा, भाजपा ने वादे पूरे न करने पर कांग्रेस को घेरा
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Election) के बीच हिमाचल की आर्थिक संकट को लेकर प्रदेश में राजनीतिक पारा हाई है। मंगलावर को भाजपा ने हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सुक्खू सरकार ने हिमाचल को आर्थिक रूप से रसातल में पहुंचा दिया है। कांग्रेस हमेशा झूठ की राजनीति करती है। कांग्रेस की नीति लोगों से झूठे वादे करके वोट लेना है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। वित्तीय संकट से जूझ रहे हिमाचल प्रदेश को लेकर हरियाणा में राजनीतिक पारा चढ़ गया है। पड़ोसी प्रदेश में महिलाओं को 2000 रुपये महीना देने और कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना लागू करने का वादा कर सत्ता में आई कांग्रेस पर हमलावर भाजपा का आरोप है कि सुक्खू सरकार ने हिमाचल को आर्थिक रूप से 'रसातल' में पहुंचा दिया है।
40 प्रतिशत बजट वेतन और पेंशन में हो रहा खर्च
हिमाचल प्रदेश की सरकार अभी तक अपने दो लाख कर्मचारियों को अगस्त का वेतन और डेढ़ लाख पेंशनर्स को पेंशन नहीं दे पाई है। 94 हजार करोड़ रुपये के भारी-भरकम कर्ज से निपटने के लिए न केवल नया कर्ज लेना पड़ रहा है, बल्कि कर्मचारियों और पेंशनर्स की 10 हजार करोड़ रुपये की देनदारियां बकाया हैं।
स्थिति यह है कि 40 प्रतिशत बजट कर्मचारियों के वेतन और पेंशन पर खर्च हो जा रहा है तो 20 प्रतिशत बजट ब्याज और कर्ज चुकाने में चला जा रहा है।
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भाजपा ने कांग्रेस को घेरा
मुख्यमंत्री के पूर्व मीडिया सचिव प्रवीण अत्रे ने हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस के वादों का पोस्टमार्टम करते हुए इसकी तुलना हरियाणा से की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस ने हर साल एक लाख नौकरी देने का वादा पूरा नहीं किया। न ही कर्नाटक में महिलाओं को दो हजार रुपये दिए गए। तेलंगाना में एक साल में सरकारी पदों पर भर्तियां करने का वादा हवाई साबित हुआ।
इसके उलट हिमाचल में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं करने का वादा करने वाली कांग्रेस ने डीजल पर रेट बढ़ा दिया और 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा पूरा करने की बजाय 86 पैसे प्रति यूनिट रेट बढ़ा दिए। इसी तरह महिलाओं को डेढ़ हजार रुपये देने की घोषणा को सिर्फ एक जिले लाहौल स्पीती तक सीमित कर दिया।
कर्नाटक में किसानों को 24 घंटे बिजली तथा तेलंगाना में महालक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह और 500 रुपये का गैस सिलेंडर और बसों में मुफ्त यात्रा के वादे पूरे नहीं हुए।
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'कांग्रेस ने कमीशन मोड पर किया काम'
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस ने 10 साल में कमीशन मोड पर और भाजपा ने मिशन मोड पर काम किया है। कांग्रेस ने 10 साल में पर्ची व खर्ची के द्वारा 80 हजार सरकारी नौकरियां रेवड़ियों की तरह बांटी, जबकि भाजपा ने बिना पर्ची व बिना खर्ची के मेरिट और योग्यता के आधार पर 1.45 लाख युवाओं को नौकरियां दी हैं।
कांग्रेस ने 500 रुपये मासिक पेंशन दी, हम तीन हजार दे रहे। कांग्रेस सिर्फ दो फसलें एमएसपी पर खरीदती थी, हम अब सभी 24 फसलें खरीद रहे। कांग्रेस ने दो से तीन रुपये के मुआवजा चेक देकर कुल 1158 करोड़ का मुआवजा दिया, हमने 13 हजार 276 करोड़ रुपये ऑनलाइन दिए। कांग्रेस ने चार से छह घंटे बिजली दी, हमने 24 घंटे बिजली दी। कांग्रेस राज में 21 लाख लोगों को पेंशन मिलती थी, भाजपा 34.66 लाख लोगों को पेंशन दे रही है।
कांग्रेस हमेशा झूठ की राजनीति करती है। लोगों से झूठे वादे करके वोट लेना ही कांग्रेस की नीति है। इसी तरह हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने झूठे वायदे किए थे। महिलाओं को 2000 रुपये महीना देने और पुरानी पेंशन योजना लागू करने का वादा किया था। वादे तो पूरे नहीं किए, हिमाचल को आर्थिक रूप से रसातल में पहुंचा दिया। हरियाणा के लोगों को भी इनसे सावधान रहने की जरूरत है।
- प्रवीण अत्रे, पूर्व मीडिया सचिव
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