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Handwara Encounter: दो साल बाद मिली थी छुट्टी, आज तिरंगे में लिपटकर आएंगे मेजर अनुज सूद

हंदवाड़ा में शहीद मेजर अनुज सूद शादी के कुछ समय बाद ड्यूटी पर चले गए थे। अब उन्हें दो साल बाद छुट्टी मिली थी लेकिन घर आने से पहले ही वह शहीद हो गए।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 04 May 2020 08:37 AM (IST)Updated: Mon, 04 May 2020 08:37 AM (IST)
Handwara Encounter: दो साल बाद मिली थी छुट्टी, आज तिरंगे में लिपटकर आएंगे मेजर अनुज सूद
Handwara Encounter: दो साल बाद मिली थी छुट्टी, आज तिरंगे में लिपटकर आएंगे मेजर अनुज सूद

पंचकूला [राजेश मलकानियां]। 21 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर अनुज सूद (30) शादी के बाद लगभग दो साल पहले अपनी ड्यूटी पर गए थे और अब उनकी छुट्टी सेंक्शन हुई थी। परिवार खुश था कि कुछ ही दिन में अनुज उनके पास आएंगे। यह किसी ने नहीं सोचा था कि मेजर तिरंगे में लिपटकर आएंगे। आतंकवादियों से लोहा लेते हुए मेजर अनुज सूद शनिवार को जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में शहीद हो गए थे। पिता बोले कि अनुज मेरा नहीं, देश का बेटा था, देश के लिए शहीद हो गया। अनुज सूद का पार्थिव शरीर आज पंचकूला स्थित अमरावती में पहुंचेगा। जिसके बाद मनीमाजरा स्थित श्मशान घाट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

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लोगों को बचाते हुए गई जान

कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा के चंगीमुल्ला इलाके में एक मकान में आतंकवादियों द्वारा कुछ नागरिकों को बंधक बनाए जाने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना तथा जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया था। जिसके बाद आर्मी द्वारा मौके पर पांच सैन्य और पुलिस कर्मियों की टीम नागरिकों को छुड़ाने के लिए आतंकवादियों के कब्जे वाले इलाके में घुसी और नागरिकों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया। इस प्रक्रिया के दौरान आतंकवादियों ने टीम पर गोलीबारी की और मेजर अनुज सूद के अलावा कर्नल आशुतोष शर्मा, नायक राजेश, लांसनायक दिनेश, जम्मू कश्मीर पुलिस के उपनिरीक्षक शकील काजी हो गए थे।

पिता ब्रिगेडियर, माता प्रिंसिपल, बहन भी फौज में

मेजर अनुज सूद के पिता ब्रिगेडियर सीके सूद और माता सुमन सूद आठ माह पहले अमरावती एन्क्लेव में आए थे। इन्होंने एक कनाल का 59 नंबर प्लॉट खरीदा था जो कि अभी निर्माणाधीन है। इस समय सूद परिवार मकान नंबर 38 में रिटायर्ड कर्नल बीएस संधू के घर में पहली मंजिल पर किराये पर रहता है। इनके पिता सीके सूद ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) हैं और माता सुमन यमुनानगर के एक सरकारी स्कूल में बतौर प्रिंसिपल कायर्रत हैं। मेजर अनुज सूद की शादी 2017 में आकृति सिंह से हुई थी। उनकी कोई संतान नहीं है। मेजर अनुज सूद की एक बड़ी बहन ऑस्ट्रेलिया में रहती हैं और छोटी बहन भी सेना में कार्यरत हैं।

तीन दिन पहले पिता की फोन पर हुई थी बात

मेजर सूद की पत्नी इन दिनों अपने मायके धर्मशाला में रह रही थीं। शनिवार शाम को बीएस संधू ने ही अनुज के पिता सीके सूद को यह खबर बताई थी। रविवार को सीके सूद ने बताया कि आज लॉकडाउन खुलने के बाद वह छुट्टी पर घर आने वाला था, लेकिन उसकी मौत की खबर आई। किसी तरह अपने आंसुओं और भावनाओं पर काबू पाते हुए सीके सूद ने कहा कि उन्हें अपने पुत्र की शहादत पर गर्व है। हम सैनिक खुद को देश के लिए कुर्बान करने को तत्पर रहते हैं। उनकी अपने बेटे से तीन दिन पूर्व ही फोन पर बात हुई थी जिसमें उन्होंने छुट्टियों में घर आने की बात कही थी। मेजर अनुज सूद के निधन की सूचना मिलते ही उनके घर पर शोक व्यक्त करने वालों का तांता लग गया।

खट्टर और बदनौर ने फोन पर जताया शोक

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने फोन करके शोक व्यक्त किया। अनुज सूद की शहादत की खबर मिलते ही हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता पहुंचे और उन्होंने परिवार को ढांढस बंधाया।

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