कोरोना का चक्र तोड़ने को सरकार ने बनाई नई रणनीति, हॉट-स्पॉट जिलों में रोजाना 450 टेस्ट
हरियाणा सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस का चक्र तोड़ने को नई रणनीति अपनाई है। राज्य में अब हॉट स्पॉट जिलों में कोरोना के टेस्टों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में भले ही कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, लेकिन प्रदेश सरकार इसे ज्यादा चिंताजनक नहीं मान रही। कोरोना के वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार ने रणनीति में बदलाव किए हैं। कोरोना की चुनौती से निपटने को सरकार ने पूरे राज्य में टेस्ट करने की गति को बढ़ाने का फैसला लिया है। अब राज्य के हॉट स्पॉट जिलों में राेज 450 कोरोना टेस्ट किए जाएंगे।
केंद्र सरकार के निर्देश पर 14 अप्रैल तक राज्य में 6500 टेस्ट होंगे, ढ़ाई हजार अभी तक हो चुके
केंद्र सरकार द्वारा सभी राज्यों को अधिक सेंपल लेने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोरोना की स्टेज का सही से अंदाजा हो सके। फिलहाल राज्य सरकार ने 14 अप्रैल तक कोरोना के कुल 6500 सेंपल लेने का लक्ष्य निर्धारित किया है। करीब ढ़ाई हजार सेंपल अभी तक लिए जा चुके हैं।
चंडीगढ़ में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों, वरिष्ठ चिकित्सकों, आयुष अधिकारियों व आइएमए के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में कोरोना से लड़ने की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया। सीएम मनोहर लाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अलावा सीएम के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा समेत कई अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री दोनों प्रदेश की जनता से रूबरू हुए।
कम प्रभाव वाले जिलों में रोजाना 125 लोगों के रेंडमली टेस्ट का फैसला
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज और स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा ने दावा किया कि अगर तब्लीगी जमात के संक्रमित लोगों को अलग कर दिया जाए तो प्रदेश में केवल 28 मरीज हैं। इस समय राज्य में 134 एक्टिव कोरोना संक्रमित मरीज हैं, जिनमें 106 तब्लीगी जमाती हैं। विज ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर प्रदेश में कोरोना की ग्राउंड रिपोर्ट जांचने के लिए रेंडम सेंपल लेने का काम शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि अगले तीन-चार दिनों में करीब चार हजार लोगों के सेंपल लिए जाएंगे। जिन जिलों में 15 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं, उन्हें हॉट स्पॉट माना गया है। इनमें फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, नूहं और झज्जर जिले शामिल हैं। पांचों जिलों में 450-450 सेंपल हर रोज लिए जाएंगे। शेष जिलों में हर रोज 125-125 सेंपल लिए जाएंगे जो रेंडमली होंगे।
134 कोरोना मरीजों में 106 तब्लीगी, दूसरे संक्रमित सिर्फ 28
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि एक लाख रैपिड टेस्ट किट खरीदने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण मिलेंगे या रिपोर्ट पाजीटिव आएगी, फिर उनके कोरोना के मेन टेस्ट होंगे। केंद्र सरकार 14 अप्रैल तक देशभर में ढाई लाख कोरोना सेंपल लेना चाहती है। करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग लैब शुरू हो चुकी है। हिसार के अग्रोहा स्थित महाराजा अग्रसेन मेडिकल की लैब जल्द शुरू होगी। पंचकूला के सेक्टर-6 स्थित नागरिक अस्पताल में लैब स्थापित की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना पाजीटिव मरीजों का उपचार सामान्य अस्पतालों में नहीं होगा।
संवेदनशील जिले नूहं में 36 बफर जोन
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि नूहं में 36, पलवल में नौ तथा सोनीपत और करनाल में तीन-तीन बफर जोन घोषित किए गए हैं, जहां विशेष निगरानी की जा रही। वहीं, डिप्लोमा वेटरनरी एसोसिएशन के आह्वान पर पशुपालन विभाग के कर्मचारियों ने कोरोना रिलीफ फंड में एक करोड रुपये का दान दिया है। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश श्योराण ने अंशदान के लिए सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया है।