अब शिरोमणि अकाली दल में राजनीतिक भविष्य तलाश रहे हैं गोपाल कांडा
हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा अब शिरोमणि अकाली दल में अपना राजनीतिक भविष्य तलाश रहे हैं। उन्होंने इसको लेकर शिअद प्रधान सुखबीर बादल से मुलाकात की है।
नई दिल्ली, जेएनएन। विवादों में रहे हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा अब अकाली दल में अपना राजनीतिक भविष्य तलाश रहे हैं। इसके लिए कांडा ने दिल्ली में पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री व शिअद के प्रधान सुखबीर सिंह बादल से मुलाकात की। इसके बाद हरियाणा की राजनीति में चर्चाएं शुरू हो गईं।
बादल से कांडा की यह मुलाकात इसलिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कि बादल पंजाब में भाजपा के सहयोगी हैं। शिअद को पहले हरियाणा में इनेलो से गठजोड़ था, लेकिन एसवाईएल मामले पर दोनों दलोें की राह अलग हाे गई। अब शिअद ने हरियाणा में अकेले चुनाव में उतरने का ऐलान किया है।
बादल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से प्रदेश प्रभारी कैप्टन अभिमन्यु से मिलने के बाद कांडा से मिले। दोनों नेताओं ने इस मुलाकात के बाद कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया लेकिन माना जा रहा है कि कांडा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में शिअद के टिकट पर हिसार से चुनाव लड़ने की बात कही है। यह ऑफर तभी सार्थक होती है शिअद का लोकसभा चुनाव में पिछली बार की तरह इनेलो के साथ समझौता होता है।
यदि शिअद हरियाणा में भाजपा के साथ यह समझौता करता है तो कांडा की राह और आसान हो जाएगी। कांडा की यह काेशिश सिरे चढ़ती है या नहीं, यह अभी भविष्य के गर्भ में हैं। फिलहाल यह अवश्य कहा जा सकता है कि बादल और कांडा की मुलाकात से राज्य के हिसार व सिरसा जिले में नए राजनीतिक समीकरण बन सकते हैं। सिरसा जिले में शिरोमणि अकाली दल का भी अलग वोट बैंक है।
गोपाल कांडा एयरहोस्टेस गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में जमानत के बाद राज्य की राजनीति में अपने लिए सुरक्षित दुर्ग ढूंढ रहे हैं। हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष गोपाल कांडा का सिरसा और हिसार के क्षेत्रों में अपना प्रभाव है। वह 2009 में निर्दलीय चुनाव जीतकर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में गृह राज्यमंत्री बने थे।