Move to Jagran APP

वार्डो में हेरफेर के खिलाफ विपक्ष की सत्ता पक्ष के खिलाफ किलेबंदी

गठबंधन सरकार में भागीदार जननायक जनता पार्टी ने भी भाजपा पर हमला बोल दिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 09:19 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 06:14 AM (IST)
वार्डो में हेरफेर के खिलाफ विपक्ष की सत्ता पक्ष के खिलाफ किलेबंदी
वार्डो में हेरफेर के खिलाफ विपक्ष की सत्ता पक्ष के खिलाफ किलेबंदी

राजेश मलकानियां, पंचकूला : वार्डबंदी का प्रारूप तैयार होने के बाद विपक्ष के साथ-साथ गठबंधन सरकार में भागीदार जननायक जनता पार्टी ने भी भाजपा पर हमला बोल दिया है। जजपा, कांग्रेस, इनेलो और आम आदमी पार्टी ने भाजपा के खिलाफ किलेबंदी शुरू कर दी है। सभी मिलकर इस वार्डबंदी को न्यायालय में चुनौती देने पर मंथन कर रहे हैं। साथ ही एडहॉक कमेटी में शामिल गैरसरकारी सदस्यों पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने अधिकारियों पर दबाव बनाकर ऐसी वार्डबंदी करवा दी, जोकि पूरी तरह कानून के खिलाफ है। एक वार्ड में दूर के सेक्टर जोड़ने से लोगों को होने वाली परेशानी का मुद्दा भी गर्मा रहा है। वार्डबंदी में कुछ खामियां रह गई हैं, जोकि आवश्यकतानुसार अभी दूर करनी जरूरी है, अन्यथा लोगों को समयानुसार मुसीबत बनने की आशंकाएं बहुत हैं। वार्ड नंबर 2 में सेक्टर-6 को एमडीसी 4, 5, स्वास्तिक विहार के साथ लगाया जा रहा है, जोकि सेक्टरवासियों के लिए एक मुसीबत बनेगी। वार्ड नंबर 17- सेक्टर-4 के तीन बूथों को सेक्टर-3, घग्गर-पार के 23-24 और 25 के साथ लगाया गया है, जोकि सरासर नाइंसाफी है।

loksabha election banner

-एसके नैय्यर, प्रधान, सिटीजन वेलफेयर एसोसिएशन वार्ड नंबर 8 में सेक्टर 19 का हिस्सा निकालकर अभयपुर में मिलाया, जबकि वार्ड नंबर 9 में सेक्टर-19 के साथ औद्योगिक एरिया फेज-1 व दो और बड़ा हिस्सा सेक्टर-14 का लगाकर वार्ड बनाया है। जबकि सेक्टर-19 का एक अलग वार्ड बन सकता था। अभयपुर को वार्ड नंबर 9 में डालकर लोगों को उचित सुविधा उपलब्ध करवाई जा सकती है।

-कमलेश लौहाट, सामाजिक कार्यकर्ता, सेक्टर-19 सेक्टर-2 और 4 का वार्डबंदी करते समय जरा सा भी ध्यान नहीं दिया गया कि 2 में ज्यादातर आर्मी वाले लोग रहते हैं, जोकि रिटायर्ड हैं। उनकी तकलीफ को ध्यान न देकर गांव खड़क मंगोली के साथ जोड़ दिया। सेक्टर-4 को दो हिस्सों में करके सेक्टर-3, 23, 24 और 25 के साथ जोड़ दिया गया, यह सरासर गलत है। सीनियर सिटीजंस की तरफ जरा भी नहीं सोचा गया। सेक्टर-2 और 4 को इकट्ठा करें और गांव खड़क मंगोली के साथ लगते सेक्टर-3, 23, 24 और 25 को जोड़ा जाए।

-सीमा चौधरी, पूर्व नगर परिषद प्रधान राजनीतिक नुमाइंदों की सलाह के बगैर उपायुक्त ने मनमाने तरीके से वार्डबंदी का मसौदा तैयार करवाया है। एसडीएम, सीटीएम, ज्वाइंट कमिश्नर नगर निगम समेत एक भी अधिकारी को वार्डबंदी या चुनाव कराने का अनुभव नहीं है। वार्ड नंबर 16 में बीड़ घग्गर, खड़क मंगोली, सेक्टर-एक, माजरी और नाडा गांव को लिया जाना चाहिए, जिससे यह वार्ड स्वाभाविक तौर पर ही अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो जाता, क्योंकि यहां इस वर्ग के लोगों की बहुतायत है, लेकिन खड़क मंगोली को सेक्टर-2 के साथ मिला दिया है। यह वार्डबंदी नहीं, जुगलबंदी है।

-मनोज अग्रवाल, अध्यक्ष, जजपा, पंचकूला विधानसभा क्षेत्र वार्ड नियमानुसार नहीं बने हैं। इस तरह के वार्डो के गठन से पंचकूला के आम लोगों को भविष्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। सेक्टर-11 के साथ 4 को जोड़ा गया है, जबकि पहले सेक्टर-10 इसके साथ जुड़ा हुआ था। काम करवाने के लिए लोगों को अब पार्षदों को ढूंढ़ने के लिए दूसरे सेक्टरों में जाना पड़ेगा।

-सुनील जैन, उपप्रधान, सेक्टर-11 यह बिल्कुल बेतुकी वार्डबंदी की गई है। नगर निगम में 25 वार्ड आसानी बन सकते थे, लेकिन भाजपा ने अपने बूथों के हिसाब से वार्डबंदी कर दी। हमें पूरा अंदेशा है कि जिन बूथों पर भाजपा विधानसभा चुनाव में जीती थी, उन बूथों को इन वार्डो में तोड़ मरोड़कर मिला लिया, ताकि चुनाव जीत सके। सभी कांग्रेस के चुनाव लड़ने वालों को निर्देश दिया जाता है कि वह वार्डबंदी में जो भी एतराज हैं, उन्हें अवश्य दर्ज करवाएं।

-तरसेम गर्ग, संयोजक, जिला कांग्रेस कमेटी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.