सुविधा की जगह दुविधा बना फास्टटैग, लेन में फंसे रहते हैं वाहन
फास्टटैग योजना चंडीमंदिर टोल प्लाजा पर लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है।
सौरव बत्रा, पिंजौर : टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी-लंबी कतारों से निजात दिलवाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई फास्टटैग योजना चंडीमंदिर टोल प्लाजा पर लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। फास्टटैग रिचार्ज या फास्टटैग में पैसे होने के बावजूद लोगों को 10-15 मिनट इंतजार करके टोल प्लाजा क्रॉस करना पड़ता है। जिसके चलते लोगों का समय के साथ-साथ पेट्रोल भी नष्ट होता ंहै। इतना ही नहीं, कई बार निजी गाड़ियों में सफर करके अस्पताल जा रहे मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों का आरोप है कि फास्टटैग व्यवस्था से पहले कैश लेन में भी इतना समय नहीं लगता था जितना अब फास्टटैग लेन में लग जाता है। अपने परिवार के साथ रविवार को जीरकपुर गए पिंजौर निवासी विजय शर्मा ने बताया कि जाते समय वह लेन नंबर नौ से निकले थे, उनकी गाड़ी को निकलने में करीब 14 मिनट लग गए। उन्होंने सवाल उठाया कि फास्टटैग का लाभ क्या है जब 13 मिनट में टोल प्लाजा क्रॉस किया गया है। ठीक से काम नहीं करते स्कैनर
हिमाचल के मंडी से आए संजीव कुमार ने बताया कि वे शिमला की ओर जा रहा थे, लेन नंबर चार से होकर गुजरे, उसकी गाड़ी को टोल प्लाजा को क्रॉस करने में करीब 15 मिनट लग गए। कार में बुजुर्ग पिता भी थे जिन्हें के पीजीआइ से छुट्टी करवाकर वापस ले जा रहे थे। लोगों ने सरकार से माग करते हुए कहा कि जिन फास्टटैग का रिचार्ज नहीं होता, उसको अलग लेन से निकालने का प्रावधान किया जाए। फास्टटैग लेन में लगे स्कैनर ठीक से काम नहीं करते। 65 प्रतिशत वाहनों पर ही लग सका है फास्टटैग
चंडीमंदिर टोल प्लाजा से रोजाना हजारों वाहन क्रॉस करते हैं। बिना फास्टटैग के लिए एक ही लेन को रिजर्व रखा गया है। उसके बावजूद टोल क्रॉस करने वाले मात्र करीब 65 प्रतिशत वाहन ही फास्टटैग युक्त हो सके हैं। 35 प्रतिशत वाहन बिना फास्टटैग के ही टोल प्लाजा क्रॉस करते हैं। आठ-आठ लेन दोनों तरफ
चंडीमंदिर टोल प्लाजा पर कुल 16 लेन बनाई गई हैं। जिनमें से पिंजौर की ओर आने व जाने वाले वाहनों को आठ-आठ लेन दी गई हैं। जिनमें से एक लेन कैश के लिए व सात लेन फास्टटैग के लिए रिर्जव हैं। 36 हजार वाहन करते हैं क्रॉस
चंडीमंदिर टोल प्लाजा को रोजाना करीब 36 हजार बड़े व छोटे वाहन क्रास करते हैं हमारा प्रयास रहता है कि फास्टटैग लेन में जाम न लगे लेकिन कई बार लोगों ने फास्टटैग को रिचार्ज नहीं करवाया होता तो जाम लग जाता है। स्कैनर बिल्कुल सही काम कर रहे हैं। अब तो नो मैनुअल नो स्कैनर भी प्रदान कर दिए हैं। बिना रिचार्ज वाहनों को अलग लेन प्रदान करना अभी पोसिबल नहीं है।
-गगन शर्मा, जीएम, हिमालयन एक्सप्रेस वे