सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी पद के लिए जमा करवाए फर्जी सर्टिफिकेट, केस दर्ज
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर नौकरी पाने के लिए फर्जी एमएलएचपी सर्टिफिकेट जमा करवाने के मामले में सेक्टर-5 थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट सेक्टर-2 नेशनल हेल्थ मिशन में जमा करवाने वाले दो उम्मीदवारों और फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने वाले दो नर्सिंग इंस्टीट्यूट के खिलाफ धारा 420 467 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, पंचकूला :
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर नौकरी पाने के लिए फर्जी एमएलएचपी सर्टिफिकेट जमा करवाने के मामले में सेक्टर-5 थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने फर्जी सर्टिफिकेट सेक्टर-2 नेशनल हेल्थ मिशन में जमा करवाने वाले दो उम्मीदवारों और फर्जी सर्टिफिकेट जारी करने वाले दो नर्सिंग इंस्टीट्यूट के खिलाफ धारा 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक राजस्थान के हनुमानगढ़ निवासी हेतराम ने राजस्थान के हनुमानगढ़ स्थित संस्कार इंटरनेशनल बीएससी नर्सिंग कालेज से नर्सिंग का कोर्स किया था। कालेज की ओर से एमएलएचपी सर्टिफिकेट जारी किया गया था। इसके आधार पर हेतराम ने हरियाणा नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद निकाली गई भर्ती के लिए आवेदन दिया। साथ ही इसके लिए सर्टिफिकेट जमा करवाया था। 17 जून 2022 को वह दस्तावेज सत्यापन के लिए एनएचएम आफिस पहुंचा था, जहां पर चेकिग के दौरान उसके द्वारा जमा करवाया गया एमएलएचपी सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया। दूसरे मामले में पुलिस ने राजस्थान के नागौर जिले के सोनू मेहरा और नई दिल्ली व राजस्थान के राजीव गांधी पैरामेडिकल काउंसिल के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। सोनू ने पैरामेडिकल काउंसिल से बीएससी नर्सिंग का कोर्स किया था। वहीं से एमएलएचपी सर्टिफिकेट जारी किया गया था। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के पद के लिए आवेदन देने के बाद सोनू मेहरा 30 जून को एनएचएम के कार्यालय में दस्तावेज सत्यापन के लिए पहुंचा। वहां पर जमा किया गया एमएलएचपी सर्टिफिकेट फर्जी पाया गया। एनएचएम के डायरेक्टर की शिकायत पुलिस ने दोनों मामलों में सेक्टर-5 पुलिस थाना में दोनों उम्मीदवारों और नर्सिंग कालेज के दो प्रिसिपल के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।