हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी देख चकरा गए सुशील कुमार शिंदे
हुड्डा व तंवर समर्थकों ने पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील शिंदे के समक्ष एक-दूसरे के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। शिंदे कांग्रेस विधायकों से अलग-अलग मुलाकात की।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा के कांग्रेसियों की गुटबाजी देखकर पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील शिंदे भी चक्कर में पड़ गए। राहुल गांधी के कार्यक्रम में हुड्डा और तंवर समर्थकों के बीच हुई मारपीट की जांच कर रहे शिंदे के समक्ष दोनों गुटों ने एक दूसरे की जमकर पोल-पïट्टी खोली। शिंदे कांग्रेस विधायकों से अलग-अलग मुलाकात कर उनकी राय जानना चाहते थे, लेकिन हुड्डा समर्थक तमाम विधायक एक साथ शिंदे से मिले और तंवर तथा किरण चौधरी पर पार्टी को कमजोर करने के आरोप लगाए। इसी तरह के आरोप तंवर व किरण समर्थक कांग्रेस नेताओं ने हुड्डा पर जड़े हैैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के दिल्ली कार्यक्रम में हुड्डा व तंवर खेमों की जांच कर रहे सुशील शिंदे इसी सप्ताह अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप देंगे। शिंदे सोमवार को कांग्रेस प्रभारी कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा , कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष डा. अशोक तंवर और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा से बातचीत कर चुके थे। राज्य के पार्टी नेताओं तथा पदाधिकारियों को उन्होंने मंगलवार को बुलाया हुआ था।
शिंदे हालांकि सभी विधायकों से अलग-अलग बात करना चाहते थे, लेकिन कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई ने अलग तथा हुड्डा समर्थक बाकी 12 विधायकों ने एक साथ शिंदे से मुलाकात कर हुड्डा का पक्ष रखा। कुलदीप शर्मा और गीता भुक्कल समेत इन विधायकों ने एक सुर में कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की मजबूती के लिए हुड्डा ही काम कर रहे हैैं, जबकि तंवर और किरण चौधरी समेत अन्य कुछ नेताओं से पार्टी को नुकसान पहुंच रहा है।
किरण व तंवर समर्थकों की ओर से 25 सदस्यीय पदाधिकारियों की कमेटी ने शिंदे से मुलाकात की तथा हुड्डा व उनके समर्थक विधायकों पर पार्टी को कमजोर करने के आरोप जड़े। इस दौरान कई ऐसे दस्तावेज शिंदे को सौंपे गए, जिसमें तंवर से मारपीट का शक हुड्डा समर्थकों पर टिक रहा है। मंगलवार को कांग्र्रेस के बड़े नेताओं ने शिंदे से मुलाकात नहीं की। रणदीप सिंह सुरजेवाला पूरा फीडबैक हाईकमान तक पहुंचाते रहे।
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शिंदे से मिलकर लौटे कुलदीप शर्मा ने कहा कि हम चाहते हैं कि पार्टी हित में सभी बातें हो। कार्यकर्ता अति उत्साह में होते हैैं। पहले भी ऐसा हुआ है। मारपीट की घटना निंदनीय है, लेकिन इसे तूल देना भी उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि जो लोग मामले को आगे बढ़ाना चाह रहे हैं, वे कांग्रेस के हितैषी नहीं हैैं। गीता भुक्कल ने किरण चौधरी पर हमला बोलते हुए कहा कि हाईकमान की धौंस दिखाकर तंवर और किरण परेशान करते हैैं। वे पूरी तरह से निष्पक्ष नहीं हैैं।
विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि तंवर सिर्फ दलित नहीं प्रदेश अध्यक्ष भी है। एक लीडर और प्रदेश अध्यक्ष पूरी तरह से निष्पक्ष होता है। हुड्डा के पुतले फूंकना कहां तक उचित है। दूसरी तरफ तंवर समर्थक ज्ञान सहोता व कुलदीप सोनी समेत कई नेताओं ने हुड्डा और उनके समर्थकों पर पार्टी को कमजोर करने तथा दलित अध्यक्ष पर जानलेना हमले कराने के आरोप लगाए हैैं।
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