प्रत्याशियों के लिए कारगर 'सुविधा' एप, घर बैठे नामांकन, चुनाव चिह्न और परिणाम
नामांकन भरने से लेकर प्रचार के लिए वाहनों की मंजूरी रैलियों के लिए इजाजत चुनाव चिह्न सहित दूसरी तमाम सुविधाएं प्रत्याशियों को घर बैठे मिलेंगी।
चंडीगढ़ [सुधीर तंवर]। लोकतंत्र के महाकुंभ में किस्मत आजमाने जा रहे प्रत्याशियों को इस बार निर्वाचन अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। नामांकन भरने से लेकर प्रचार के लिए वाहनों की मंजूरी, रैलियों के लिए इजाजत, चुनाव चिह्न सहित दूसरी तमाम सुविधाएं उन्हें घर बैठे मिलेंगी। मतगणना के दिन पल-पल की अपडेट के साथ ही उन्हें फाइनल रिजल्ट भी घर पर मिल जाएगा।
यह सब संभव होगा Mobile एप 'सुविधा' से, जिसे चुनाव आयोग ने खासतौर से चुनाव उम्मीदवारों के लिए तैयार किया है। प्ले स्टोर से डाउनलोड किए जाने वाला यह एप न केवल उम्मीदवारों, बल्कि उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं के लिए भी मुफीद होगा। साथ ही चुनाव प्रचार के दौरान रैली स्थल को लेकर होने वाले झगड़े भी खत्म होंगे।
अमूमन ज्यादातर प्रत्याशी रैली स्थल के आवंटन को लेकर निर्वाचन अधिकारियों पर सत्ताधारी दलों को प्राथमिकता देने के आरोप जड़ते रहे हैं। एप की खासियत यह है कि Online आवेदन के बाद चुनाव अधिकारी बाद में आवेदन करने वाले उम्मीदवार को फायदा नहीं पहुंचा सकेगा। एप खुद ही रैली का समय एवं तारीख डिस्प्ले करेगा। सब कुछ पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होगा।
संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. इंद्रजीत ने बताया कि नामांकन सहित तमाम कार्यों के लिए प्रत्याशियों को Online एवं Offline विकल्प मिलेगा। एप पर सभी कागजात स्कैन करने के बाददस्तावेजों की हार्ड कॉपी निर्वाचन कार्यालय में जमा करानी होगी। सत्यापन की सूचना उम्मीदवारों को Mail या Mobile पर मिल जाएगी। पहले प्रत्याशियों को कभी साउंड परमिशन के लिए थाने तो कभी प्रशासनिक कार्यालयों में चक्कर काटने पड़ते थे, लेकिन एप लांच होने से यह झंझट खत्म हो जाएगा।
VVPAT मशीन का इस्तेमाल सिखाएगी वोटर हेल्पलाइन
पहली बार सभी बूथों पर इस्तेमाल की जाने वाली VVPAT (वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीन को लेकर अगर मतदाता को कोई संशय है तो वोटर हेल्पलाइन एप मदद करेगा। वोटर कार्ड में त्रुटियों को दूर करने से लेकर वोटर लिस्ट में नाम शामिल कराने या नया मतदाता पहचान पत्र बनवाने की सुविधा इस एप पर है। अगर किसी दूसरे विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट होते हैं तो आप इस एप का इस्तेमाल कर आसानी से बदलाव कर सकते हैं।
इसके अलावा जिला प्रशासन के कंप्लेंट सेल, पिछले लोकसभा चुनाव सहित तमाम अन्य कई तरह की जानकारी इस एप से मिल जाएगी। इसके अलावा टोल-फ्री नंबर 1950 पर कॉल कर कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह की जानकारी ले सकता है।