दुष्यंत चौटाला ने की तावड़े से मुलाकात, भाजपा को याद कराया गठबंधन धर्म, दो उपचुनाव साथ लड़ने की दुहाई दी
दुष्यंत चौटाला के विदेश में रहते हुए भाजपा ने शहरी निकाय चुनाव में जजपा से चुनावी गठबंधन तोड़ दिया था। इसके बाद हालांकि गठबंधन बहाल हो गया लेकिन दुष्यंत चौटाला इससे नाराज हैं। उन्होंने नड्डा के बाद अब तावड़े से मुलाकात की है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में राज्यसभा और शहरी निकाय चुनाव की गतिविधियों के मद्देनजर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मोर्चा संभाल लिया है। विदेश से लौटते ही दुष्यंत चौटाला पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। उसके बाद दुष्यंत ने सोमवार को भाजपा प्रभारी विनोद तावडे से मुलाकात की।
सरकार बनने के पहले दिन से भाजपा को समर्थन दे रहे दुष्यंत चौटाला शहरी निकाय चुनाव में भाजपा द्वारा गठबंधन तोड़े जाने से नाराज हैं। उन्होंने इस तरह की प्रवृत्ति को राजनीतिक रूप से घातक बताया है।
दुष्यंत चौटाला चार जून को विदेश से वापस लौटे हैं। वह निजी यात्रा पर गए हुए थे। उनके पीछे भाजपा ने शहरी निकाय चुनाव में जजपा के साथ गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया था। हालांकि जब कांग्रेस चुनाव मैदान से हट गई और भाजपा व जजपा ही शहरी निकाय चुनाव में आमने-सामने रह गए तो भाजपा नेताओं ने दुष्यंत चौटाला से फोन पर बात की और दोबारा से गठबंधन करने की बात कही।
दुष्यंत चौटाला इसके लिए राजी हो गए थे, लेकिन उन्हें इस बात का अफसोस है कि जब जजपा पहले दिन से भाजपा के साथ सरकार में साझीदार है और ऐलनाबाद व बरौदा उपचुनाव दोनों ने मिलकर लड़े हैं, उसके बावजूद शहरी निकाय चुनाव में गठबंधन तोड़ना उचित नहीं है। भविष्य में दोनों दलों के रिश्तों में किसी तरह की खटास पैदा न हो, इसके लिए दुष्यंत चौटाला फील्डिंग जमाने में जुटे हुए हैं।
दुष्यंत ने खेलो इंडिया गेम्स के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भागीदारी करने के बाद अगले दिन भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। नड्डा के साथ भी इसी मुद्दे पर लंबी बातचीत हुई।
सोमवार को दुष्यंत चौटाला हरियाणा भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े से मिले। बताया जाता है कि इन मुलाकातों के दौरान गठबंधन के चुनावी रिश्ते मजबूत करने के साथ ही राज्यसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय शर्मा का साथ देने पर बातचीत हुई है।
साथ ही दुष्यंत ने शहरी निकाय चुनाव में भाजपा के प्रदेश नेतृत्व के जजपा विरोधी रवैये पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बेशक भविष्य की राजनीति की दिशा कुछ भी बने, लेकिन जब तक दोनों दलों के रिश्ते हैं, उन्हें पूरी ईमानदारी से निभाया जाना चाहिए।
दोनों नेताओं ने शहरी निकाय चुनाव में गठबंधन के उम्मीदवारों की जीत पर चर्चा की, लेकिन उन सीटों पर भी बातचीत हुई, जहां पर भाजपा व जजपा उम्मीदवार आमने-सामने हैं।
इस मुलाकात के बाद दुष्यंत और तावड़े ने अलग-अलग बातचीत में कहा कि उनकी मुलाकात शहरी निकाय चुनाव के नतीजे गठबंधन के पक्ष में आने के लिए मिलकर काम करने पर बातचीत हुई है।