इन शहरों के विकास को मिलेगी गति, 4100 करोड़ से केएमपी के साथ बनेगी डबल रेल लाइन
केएमपी एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ पलवल से सोनीपत तक रेल कनेक्टिविटी के लिए 130 किलोमीटर लंबी डबल रेल लाइन को रेलवे ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ पलवल से सोनीपत तक रेल कनेक्टिविटी के लिए 130 किलोमीटर लंबी डबल रेल लाइन को रेलवे ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। तीन साल में पूरी होने वाली परियोजना पर करीब 41,00 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है। यह एक प्रकार से इकोनॉमिक कोरिडोर होगा, जिससे कई औद्योगिक क्षेत्र आपस में जुड़ जाएंगे और औद्योगिक विकास के नए युग का सूत्रपात होगा। हरियाणा रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट कारॅपोरेशन लिमिटेड (HRIDC) और रेलवे मंत्रालय मिलकर पलवल से सोनीपत तक हरियाणा ओरबिटल रेल कॉरिडोर प्रोजेक्ट को पूरा करेंगे।
कॉरिडोर की लागत को सभी स्टेक होल्डर्स मिलकर जुटाएंगे। प्रोजेक्ट के स्टेक होल्डर्स में रेलवे और प्रदेश सरकार के अलावा मारुति सुजुकी लिमिटेड, कॉनकोर, डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर, एचएसआइआइडीसी, मॉडल इकोनॉमिक्स टाउनशिप लिमिटेड (पूर्व में रिलायंस हरियाणा एसईजेड लिमिटेड), ऑल कार्गो सहित कई उद्योग एवं वित्तीय संस्थाएं शामिल हैं। ओरबिटल रेल कोरिडोर बनने से गुरुग्राम और फरीदाबाद शहरों से शताब्दी ट्रेन सीधी चंडीगढ़ जाएगी, जिससे यात्रियों को दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा।
हरियाणा ओरबिटल रेल कोरिडोर प्रोजेक्ट से गुरुग्राम, फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, मानेसर, फरूखनगर आदि शहरों को सीधी त्वरित रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे सोहना, मानेसर, गुरुग्राम, रोहतक, बहादुरगढ़, कुंडली जैसे शहरों में औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। इसके अलावा दिल्ली से हिसार के बीच फास्ट ट्रैक रेलवे लाइन बिछाने की भी योजना है।