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फिर से संयमित व अनुशासित जिंदगी में लौटना होगा, डाक्टरों और योगाचार्यों ने दी लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह

हरियाणा में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राज्य में यूके स्ट्रेन की दस्तक ने सरकार की चिंता और बढ़ा दी है। वहीं डॉक्टरों व योगाचार्यों ने सलाह दी है कि अनुशासित व संयमित जीवन जिएं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 19 Apr 2021 02:11 PM (IST)Updated: Mon, 19 Apr 2021 02:11 PM (IST)
फिर से संयमित व अनुशासित जिंदगी में लौटना होगा, डाक्टरों और योगाचार्यों ने दी लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह
कोरोना से बचना है तो अनुशासित व संयमित जीवन जिएं। सांकेतिक फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में यूके स्ट्रेन के एक दर्जन मामलों ने सरकार और लोगों की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का असर यह हो रहा कि राज्य में हर रोज औसतन सात हजार मरीज आ रहे हैंं। बढ़ती टेस्टिंग के कारण भी कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ बढ़ा है। अभी तक जितने भी लोग टेस्ट करा रहे हैं, उनमें हर चौथा आदमी कोरोना संक्रमित मिल रहा है। हालांकि यह आंकड़ा दूसरे राज्यों से कुछ कम है, लेकिन लोगों को सावधानी बरतने के लिए सचेत करने वाला है। चिकित्सकों ने लोगों को फिर से अनुशासित व संयमित लाइफ स्टाइल अपनाने की सलाह दी है।

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हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनकी पत्नी आशा हुड्डा रविवार को कोरोना संक्रमित हो गए। दो दिन पहले ही वह पंचकूला सीबीआइ कोर्ट में पेशी भुगतकर आए हैं। अपने चंडीगढ़ निवास पर भी काफी लोगों से मिले। हुड्डा और उनकी धर्मपत्नी को गुरुग्राम के मेदांता सिटी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला पहले से मेदांता में भर्ती हैं, जबकि राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा कोरोना संक्रमित होकर पहले ठीक हो चुके हैं।

यूके स्ट्रेन के 10 मामले करनाल और दो मामले गुरुग्राम में सामने आए हैं। हर रोज करीब 30 हजार टेस्ट हो रहे हैं। चिकित्सकों और आयुर्वेदाचार्यों ने लोगों को फिर से संयमित और अनुशासित जिंदगी में लौटने की सलाह दी है। चंडीगढ़ के मनोचिकित्सक डा. हरदीप सिंह के अनुसार कोरोना से बचाव के लिए मास्क पहनना, निरंतर हाथ धोना और फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का अनुपालन तो जरूरी है ही, साथ ही यह भी जरूरी है कि इसके भय को अपने दिल और दिमाग पर हावी न होने दें। बिना किसी मानसिक दबाव के अनुशासित लाइफ स्टाइल इस बीमारी से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है।

हरियाणा योग परिषद के चेयरमैन डा. जयदीप आर्य के अनुसार योग की तरफ हमें वापस आना होगा। संयमित दिनचर्या अपनाते हुए सात्विक खानपान पर जोर देना होगा। पंचकूला के आयुर्वेदाचार्य डा. दलीप मिश्रा के अनुसार हमें इम्युनिटी बढ़ाने वाली खानपान की वस्तुओं और औषधि खासकर काढ़े पर लौटना पड़ेगा। करनाल के योगाचार्य दिनेश गुलाटी का कहना है कि अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अनुलोम-विलोम का अभ्यास बेहद जरूरी है। संयमित दिनचर्या व घर पर रहकर ही कोरोना को परास्त करना सबसे बड़ा इलाज है।


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