डयूटी के बाद सरकारी होटलों में रहेंगे COVID-19 Positive का इलाज कर रहे डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ
Coronavirus COVID-19 Positive मरीजों की जांच में जुटे डॉक्टर व पैरा मेडिकल स्टाफ को ड्यूटी के बाद सरकारी होटलों में ठहराया जाएगा। इसका मकसद परिवार को संक्रमण से बचाना है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए Coronavirus COVID-19 Positive मरीजों के उपचार में जुटे डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को डयूटी के बाद पयर्टन विभाग के होटलों में ठहराने की सुविधा दी है। इसकी एवज में डॉक्टरों से किसी तरह की फीस या शुल्क नहीं लिया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य कोरोना मरीजों की देखभाल के दौरान डॉक्टरों के परिजनों को संक्रमण से बचाना है।
हरियाणा में अब तक एक डॉक्टर और दो नर्सें कोरोना पॉजीटिव हो चुकी हैं। इन तीनों को मरीजों की देखभाल के दौरान ही कोरोना हुआ था। देश के अन्य हिस्सों से भी COVID-19 Positive रोगियों का उपचार करने वाले डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण की खबरें आ रही हैं। इसी दौरान हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा के निर्देश पर पर्यटन विभाग के एमडी ने शनिवार को हरियाणा पर्यटन निगम के जिला अधिकारियों के नाम एक आदेश जारी कर कहा है कि वर्तमान हालातों में डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए खतरा पैदा हो गया है।
अस्पतालों में डयूटी देने वाला मेडिकल स्टाफ अगर डयूटी के बाद घर जाता है तो उनके परिजनों को भी किसी तरह के संक्रमण का खतरा है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि डयूटी के बाद सभी डॉक्टर तथा पैरामेडिकल स्टाफ के कर्मचारी हरियाणा पर्यटन विभाग के होटलों में रहेंगे।
इसके लिए हरियाणा सरकार द्वारा जिला स्तर पर तैनात किए गए नोडल अधिकारियों, जिला उपायुक्तों अथवा सिविल सर्जनों द्वारा उन कर्मचारियों की सूची भेजी जाएगी, जिनकी डयूटी कोविड-19 में लगी हुई है। पर्यटन विभाग के एमडी ने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आपात स्थिति में होटलों में रहने वाले मेडिकल स्टाफ से किसी तरह का कोई किराया अथवा खाने आदि का बिल नहीं लिया जाएगा। जिन कमरों में यह स्टाफ रूकेगा उनकी साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाएगा। जहां तक हो सके टूरिज्म द्वारा इन चिकित्सकों को अलग से कमरे मुहैया करवाए जाएं।
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