निर्दलियों को मतगणना के लिए नहीं मिल रहे एजेंट
राजेश मलकानियां पंचकूला लोकसभा चुनाव की मतगणना वीरवार को होगी। चुनाव आयोग द्वारा मतगण
राजेश मलकानियां, पंचकूला : लोकसभा चुनाव की मतगणना वीरवार को होगी। चुनाव आयोग द्वारा मतगणना के दौरान सभी प्रत्याशियों से अपने मतगणना के दिन चेकिंग के लिए एजेंटों की सूची मांगी गई। जिसमें प्रमुख पाटियों को छोड़कर निर्दलीय छोटी पार्टियों के एजेंट ही नहीं हैं, जोकि मतगणना के लिए बैठ पाएं। कांग्रेस, भाजपा एवं आम आदमी पार्टी की ओर से सूची दे दी गई है, लेकिन निर्दलियों की ओर से सूची नहीं दी गई। पंचकूला एवं कालका विधानसभा क्षेत्र के पोलिग बूथों की मतगणना पंचकूला में होगी। सेक्टर-1 गर्वनमेंट कॉलेज में पंचकूला विधानसभा क्षेत्र एवं सेक्टर-14 गर्ल्स कॉलेज में कालका विधानसभा क्षेत्र के मतों की गिनती होगी। मतगणना का एक दिन बाकी रह गया है और राजनीतिक दलों की नींद उड़ गई है। एक्जिट पोल के बाद भाजपा के नेता एवं कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ भरे हैं, जबकि कांग्रेसी भी दावा कर रहे हैं कि अंबाला संसदीय सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी विजयी होंगी। अंबाला सीट पर भाजपा के रतनलाल कटारिया एवं कांग्रेस की कुमारी सैलजा के बीच मुख्य मुकाबला है। शहरी क्षेत्र में भाजपा को बड़ी सफलता मिलने के आसार हैं, जबकि ग्रामीण एवं कॉलोनियों में कांग्रेस को उम्मीद है, उन्हें अच्छे वोट मिले हैं। परंतु भाजपा दावा कर रही है कि इस बार लोगों ने देश की सुरक्षा एवं राष्ट्रीयता के मुद्दे पर वोट दिए हैं और रतनलाल कटारिया रिकॉर्ड मतों से विजयी होंगे। विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर
पंचकूला एवं कालका सहित पूरे अंबाला संसदीय क्षेत्र में 9 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के विधायक हैं। पार्टी ने सभी विधायकों को निर्देश दिए थे कि वह अपने हलके में कटारिया को जीताने के लिए कोई कसर न छोड़ें। पंचकूला के विधायक ज्ञानचंद गुप्ता को लोकसभा क्षेत्र का संयोजक बनाया गया था। गुप्ता को पंचकूला के साथ-साथ पूरे संसदीय क्षेत्र में भाजपा को जीताने की जिम्मेदारी दी गई थी। जबकि कालका की विधायक लतिका शर्मा अपने हलके में भाजपा की जीत निश्चित करने में जुटी नजर आई। दोनों विधायक लगातार दावा कर रहे हैं कि पंचकूला एवं कालका में कटारिया को रिकॉर्ड मार्जन से जीताकर भेजा जाएगा। कांग्रेस की गुटबाजी कम हुई, अब परफॉर्मेस पर नजर
कांग्रेस की पंचकूला से टिकट के दावेदारों ने कुमारी सैलजा के समक्ष अपनी हाजिरी लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सैलजा को इस बात का पूरा विश्वास दिलाया कि कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है और पंचकूला एवं कालका में कांग्रेसी उन्हें जीताने के लिए मेहनत कर रहे हैं, परंतु यह मेहनत ग्राउंड स्तर पर कितनी कामयाब होगी, यह तो 23 मई को पता चलेगा।