Move to Jagran APP

डेरा प्रमुख ने गुरमीत राम रहीम डाॅ. आदित्य इंसा को समझाई थी पूरी साजिश

पिछले साल अगस्‍त में पंचकूला में हुई हिंसा की साजिश डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने डॉ. आदित्‍य र्इंसा के साथ मिलकर रची थी। गुरमीत ने आदित्‍य हिंसा को समझाया था।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 27 May 2018 11:08 AM (IST)Updated: Tue, 29 May 2018 08:37 PM (IST)
डेरा प्रमुख ने गुरमीत राम रहीम  डाॅ. आदित्य इंसा को समझाई थी पूरी साजिश
डेरा प्रमुख ने गुरमीत राम रहीम डाॅ. आदित्य इंसा को समझाई थी पूरी साजिश

पंचकूला, [राजेश मलकानियां]। डेरा प्रमुख राम रहीम और डेरा प्रवक्ता आदित्य इंसां ने गुप्त बैठक करके पिछले साल 17 अगस्त को हिंसा की पूरी साजिश रची थी। इस साजिश का एक चश्मदीद अब अभियोजन पक्ष का गवाह बन गया है। राम रहीम और आदित्य इंसां के बीच जो बातचीत हुई थी उसे पीए राकेश उर्फ गुरलीन के अलावा गांव भगीदास के डेरा इंचार्ज हिसार निवासी सुभाष चंद्र ने भी सुन लिया था।

loksabha election banner

हिसार निवासी चश्मदीद सुभाष चंद्र बन गया अभियोजन पक्ष का गवाह

इस बातचीत में गुरमीत राम रहीम ने आदित्य इंसां से कहा था कि यदि मेरे खिलाफ कोई फैसला आता है तो मेरी रची गई साजिश के अनुरूप पंचकूला में हिंसा को अंजाम देना है। सुभाष के गवाह बन जाने से पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।

पीए गुरलीन और सुभाष ने सुनी थी गुरमीत और आदित्य की बातचीत

सुभाष ने हाल ही में कोर्ट में अपनी स्टेटमेंट में कहा है कि डेरा प्रमुख के साथ उसकी मीटिंग गुरलीन ने ही फिक्स करवाई थी। इस मीटिंग के दौरान डेरा प्रमुख ने आदित्य को योजना के बारे में समझाया था।

डेरा प्रमुख के निर्देश पर गुरलीन ने करवाया था पुरुषत्व खत्म

दूसरी ओर, गत दिवस एसआइटी की ओर से दाखिल किए गए सप्लीमेंट्री चालान में राकेश उर्फ गुरलीन का हलफिया बयान भी सुभाष की स्टेटमेंट को ही पुख्ता करता है। हलफिया बयान में गुरलीन ने बताया है कि वह राम रहीम का विश्वासपात्र था और वर्ष 2009 में सिरसा से शस्त्र लाइसेंस भी बनवाया था, जिस पर एक पिस्टल, एक 12 बोर की बंदूक एवं एक 315 बोर की बंदूक दर्ज थी। यह तीनों हथियार उसे गुरमीत राम रहीम ने खरीद कर दिए थे। इन्हें वह डेरे में ही रखता था। डेरा प्रमुख के निर्देशानुसार गुरलीन ने अपना पुरुषत्व खत्म करने के लिए ऑपरेशन भी करवा लिया था।

गुरलीन का दोस्त है सुभाष

गुरलीन के अनुसार, 25 अगस्त, 2017 को सीबीआइ कोर्ट की ओर से डेरा प्रमुख पर फैसला सुनाया जाना था। इसे देखते हुए बड़ी संख्या में संगत 17 अगस्त 2017 को सिरसा स्थित डेरे में एकत्रित हुई थी। सुभाष चंद्र भी डेरे में ठहरा हुआ था, जिससे गुरलीन की दोस्ती थी। सुभाष अक्सर डेरा प्रमुख से मिलवाने का अनुरोध करता था।

17 अगस्त को शाम को गुरलीन सुभाष को डेरा प्रमुख से मिलाने डेरे में ही स्थित तेरावास के एक कमरे में ले गया, जहां पहले से ही डेरा प्रमुख और आदित्य इंसां बैठे हुए 25 अगस्त को फैसला खिलाफ आने की स्थिति में पंचकूला में हिंसा की प्लानिंग कर रहे थे। कार्रवाई एवं ड्यूटियों के बारे में राम रहीम उसको समझा चुका था। यह साजिश डेरा प्रमुख ने रची है इसकी जानकारी किसी को न हो, इसलिए उसने योजना सिर्फ आदित्य को ही समझाई थी।

इसके बाद 17 अगस्त 2017 को ही डेरा सच्चा सौदा सिरसा में स्थित तेरावास में ही हनीप्रीत व आदित्य इंसा की अध्यक्षता में एक मीटिंग हुई। इसमें राकेश के इलावा डेरा चेयरपर्सन विपासना, सुभाष, गोबिंद, जसवीर सिंह, डेरा प्रवक्ता दिलावर, पवन इंसां, महेंद्र, प्रताप इंसां, प्रदीप गोयल सहित अन्य आरोपी मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.