Move to Jagran APP

कोरोना कॉल में विभागों की खींचतान, धड़ल्ले से बिक रही बैन सिगरेट

कोरोना काल में विभागों की व्यस्तता और आपसी खींचतान का फायदा अवैध धंधा करने वाले जमकर फायदा उठा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Aug 2020 09:07 PM (IST)Updated: Wed, 26 Aug 2020 06:20 AM (IST)
कोरोना कॉल में विभागों की खींचतान, धड़ल्ले से बिक रही बैन सिगरेट
कोरोना कॉल में विभागों की खींचतान, धड़ल्ले से बिक रही बैन सिगरेट

जासं, पंचकूला : कोरोना काल में विभागों की व्यस्तता और आपसी खींचतान का फायदा अवैध धंधा करने वाले जमकर उठा रहे हैं। शहर में इस समय सरकारी द्वारा प्रतिबंधित सिगरेट और हुक्का परोसने का काम जमकर चल रहा है। इनपर रेड करने के लिए स्वास्थ्य, ड्रग्स कंट्रोल प्राधिकरण, खाद्य विभाग एवं पुलिस की संयुक्त टीम का गठन करना पड़ता है, लेकिन विभाग अब एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर पल्ला झाड़ रहे हैं। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इस संबंध में कई जगह शिकायतें भी दे रखी हैं, लेकिन नतीजा जीरो है। सेक्टर-5 स्थित मॉल में जहां पर सिगरेट रखी है, वह बिल्कुल काउंटर के पीछे है, ताकि यदि कोई छापा मारने के लिए आए तो तुरंत उन्हें गायब किया जा सके। आम आदमी की नजरों से दूर, केवल डिमांड के हिसाब से यहां सिगरेट बेची जा रही हैं। विदेशी ब्रांड की इन सिगरेटों पर न कोई प्रिट रेट और न ही सरकार के नियम के हिसाब से पैकेट पर कोई वॉर्निंग। सिगरेट का यह काला धंधा जमकर चल रहा है। प्रिट न होने की वजह से टैक्स का भी सवाल नहीं। संबंधित विभाग खामोश हैं।

loksabha election banner

प्रतिबंध के बाद हो रही बिक्री

कागज की जगह इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट से धुएं का छल्ला उड़ाने वाले यंगस्टर्स के शौक के निगेटिव रिजल्ट को देखते हुए सरकार इसपर पूरी तरह से बैन कर दिया है। मगर ऑनलाइन मार्केट में निगरानी के अभाव में इस रोक का कोई असर नजर आ रहा है। ऑनलाइन मार्केट में एक क्लिक पर ब्रांडेड सिगरेट और हुक्का मिल रहा है, जो ऑर्डर करते ही सीधे लोगों के घर पहुंचा जाता है। आरटीआइ से डर गए हैं विभाग

विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों हुक्का बार एवं सिगरेट बेचने वालों ने अलग-अलग विभागों द्वारा छापे मारने पर पूछा गया था कि आपने किस अधिनियम और अधिकार के तहत छापेमारी की थी। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की और से आरटीआइ में स्पष्ट तौर पर कह दिया गया था कि यह हमारा काम नहीं है। जबकि स्वास्थ्य विभाग ने ही एसडीएम की अगुवाई में हुक्का बार से सैंपल लिए थे। इसी तरह अब असमंजस की स्थिति है कि इन अवैध सिगरेट बेचने वालों पर कार्रवाई कौन सा विभाग करेगा। पुलिस तो केवल साथ जाने के लिये हैं, रेड तो स्वास्थ्य या ड्रग्स कंट्रोल विभाग को ही करनी पड़ेगी। ड्रग्स कंट्रोल विभाग के अंतर्गत यह काम आता है और उनके द्वारा ही छापेमारी की जाएगी।

-डॉ. सूरजभान कंबोज, महानिदेशक, हरियाणा स्वास्थ्य सेवाएं कोरोना के चलते फिलहाल टीम नहीं बनी है। अब प्रतिबंधित सिगरेट पर छापे स्वास्थ्य विभाग की ओर से मारे जाते हैं।

- नरेन्द्र आहूजा विवेक, राज्य औषधि नियंत्रक हरियाणा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.