तीन महीने बाद ही ट्रासफर हो गए डीसीपी मीणा
मोरनी सामूहिक दुष्कर्म के बाद देह व्यापार के मामले को उजागर करने वाले पंचकूला पुलिस के कप्तान राजेंद्र कुमार मीणा का वीरवार को ट्रांसफर कर दिया गया।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : मोरनी सामूहिक दुष्कर्म के बाद देह व्यापार के मामले को उजागर करने वाले पंचकूला पुलिस के कप्तान राजेंद्र कुमार मीणा का वीरवार को ट्रांसफर कर दिया गया। उनकी जगह पर अंबाला के एसपी अभिषेक जोरवाल को पंचकूला पुलिस की कमान सौंपी गई है।
मोरनी की घटना के बाद लगातार गेस्ट हाउसों पर पुलिस की सख्त कार्रवाई चल रही थी और कई गेस्ट हाउस संचालकों पर पुलिस द्वारा एफआइआर भी दर्ज की गई है। मीणा को 24 अप्रैल को पंचकूला का डीसीपी लगाया गया था और 2 अगस्त को उनके ट्रासफर के ऑर्डर भी जारी हो गए। मोरनी गैंगरेप में पंचकूला पुलिस ने लगभग 10 आरोपितों को गिरफ्तार किया था, जबकि देह व्यापार करवाने के आरोप में आरोप लगाने वाली युवती के पति को भी गिरफ्तार कर लिया था।
मीणा की पंचकूला में नियुक्ति के बाद कालका में गैंगवार के दौरान एक युवक की हत्या बड़ी सुर्खियों में रहा। लोगों के विरोध के बाद भाजपा नेता श्याम लाल टगरा और इंटक के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र बब्बू को गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में पंचकूला पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे थे, क्योंकि जिस तरह से इस गैंगवार में बड़ी मात्रा में हथियारों का प्रयोग किया गया तो पंचकूला में हथियारों की अवैध तस्करी का आरोप लग रहा था। इसके अलावा तीन दिन पूर्व गाव जसवंतगढ़ में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच झगड़े के बाद तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी, जिसके बाद पुलिस फोर्स तैनात करनी पड़ी थी। साथ ही जिले में हो रहे अवैध खनन के चलते भी पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठते रहे हैं।