Haryana Lock down: दिहाड़ीदार, मजदूर व रेहड़ी फड़ी वालों को मिलेंगे 4500 रुपये मासिक
हरियाणा में लॉक डाउन के बीच मनोहरलाल सरकार ने दिहाडीदार मजदूरों और रेहडी-फड़ी वालों के लिए राहत की घोषणा की है। इन लोगों को हर माह 4500 रुपये मिलेंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस के कारण किए गए लाकडाउन की वजह से गरीब, मजदूर और दिहाड़ीदार वर्ग के साथ-साथ रिक्शा चालकों की आर्थिक सहायता करने का बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार श्रमिकों, निर्माण मजदूरों के अलावा रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए आर्थिक मदद देगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐसे लोगों को 4500 रुपये मासिक की आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया है। यह सहायता चार किस्तों में साप्ताहिक आधार पर दिया जाएगा, ताकि लाकडाउन के दौरान किसी गरीब के घर में रोटी का संकट पैदा न हो सके। इलाज करते हुए हेल्थ वर्कर की मृत्यु पर सरकार 10 लाख रुपये की एक्सग्रेशिया राशि प्रदान करेगी।
लाॅकडाउन का शिकार गरीब व मजदूरों को वित्तीय मदद देगी हरियाणा सरकार
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना की वजह से हुई बंदी से अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनके सामने रोजी-रोटी का संकट है। दिहाड़ीदार मजदूरों के अलावा सामान्य मजदूर, रिक्शा व रेहड़ी-फड़ी वाले भी हैं, जिन्हें रोजाना कमाकर परिवार के लिए दो जून की रोटी का प्रबंध करना होता है। ऐसे लोगों की सरकार ने चिंता की है।
मिड-डे-मिल का राशन घर जाएगा, विद्यार्थियों के बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर होगा
मनोहर लाल ने कहा कि सभी बीपीएल परिवारों को अप्रैल का माह राशन मुफ्त में मुहैया करवाया जाएगा। राशन डिपो के माध्यम से दिए जाने वाले इस राशन को सरकार बायोमीट्रिक सिस्टम से पहले ही बाहर कर चुकी है। सीएम ने कहा कि स्कूलों में मिड-डे-मिल स्कूलों के बंद होने की वजह से प्रभावित हुआ है। ऐसे में अब सरकार पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के बैंक खातों में 134 रुपये और इसके बाद की कक्षाओं वाले विद्यार्थियों को 230 रुपये के हिसाब से मिड-डे-मिल के राशन के रूप में नकद भुगतान करेगी। उनका राशन अलग से घर पर भेजा जाएगा।
परिवार समृद्धि योजना की किस्त के दो हजार रुपये 31 मार्च तक
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अनुसार सीएम परिवार समृद्धि योजना के तहत प्रदेश भर में अभी तक 12 लाख 38 हजार से अधिक परिवारों ने पंजीकरण करवाया है। इन परिवारों के बैंक खातों में चार हजार रुपये की दो किस्त डाली जा चुकी हैं या डाली जा रही हैं। योजना के तहत छह हजार रुपये सालाना मिलने हैं। अब सरकार ने फैसला लिया है कि 2000 रुपये की तीसरी किस्त 31 मार्च तक सभी के खातों में डाली जाएगी।
निर्माण क्षेत्र से जु़ड़े मजदूरों पर भी सरकार मेहरबान
मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे मजदूर हैं, जो हरियाणा बोर्ड ऑफ कंस्ट्रक्शन वर्क (निर्माण क्षेत्र) से जुड़े हुए हैं और सीएम परिवार समृद्धि योजना में पंजीकरण नहीं करवाया है। ऐसे सभी मजदूरों को हर महीने साढ़े चार हजार रुपये दिए जाएंगे। पहले सप्ताह 30 अप्रैल से शुरू होगा और इन मजदूरों को परिवार पालने के लिए 1000-1000 रुपये दिए जाएंगे। सीएम ने कहा कि जो परिवार बीपीएल में भी दर्ज नहीं हैं और इस योजना में भी नहीं, वे भी साढ़े चार हजार रुपये मासिक के हकदार होंगे।
स्ट्रीट वेंडर व रिक्शा वाले होंगे कवर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की वजह से प्रभावित हुए स्ट्रीट वेंडर व रिक्शा वालों को भी 4500 रुपये मासिक की मदद मिलेगी। इसके लिए संबंधित जिलों के डीसी कार्यालय में पोर्टल पर फार्म भरके अपना नाम दर्ज करवाना होगा। उन्हें 1000 रुपये सप्ताह के हिसाब से मिलेंगे।
मुख्य बिंदु
- मिड-डे-मिल का राशन घर जाएगा, विद्यार्थियों के बैंक खाते में पैसा ट्रांसफर होगा।
- डीसी ऑफिस में पंजीकरण करवा सकेंगे स्ट्रीट वेंडर और रिक्शा चालक।
- सभी बीपीएल परिवारों को अप्रैल का माह राशन मुफ्त में मुहैया होगा।
- इलाज करते हुए हेल्थ वर्कर की मृत्यु पर 10 लाख रुपये की एक्सग्रेशिया राशि।
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ये अहम घोषणाएं भी की सरकार ने
- ठेके पर लगे किसी कर्मचारी को नहीं हटाया जाएगा।
- ठेके पर लगे कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं होगी।
- औद्योगिक इकाइयों में लगे वर्करों को नहीं हटाया जाएगा।
- बिजली व सीवरेज के बिलों की बिना सरचार्ज अदायगी 15 अप्रैल तक।
- मोटर व्हीकल एक्ट के तहत चालान भुगतने की तारीख 30 अप्रैल तक बढ़ी।
- स्कूल बसों, टैक्सी व कांट्रैक्ट कैरिज के जुर्माने में शत प्रतिशत छूट।
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