हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र से पूर्व कोरोना ने बढ़ाई विधायकों व अफसरों की धड़कन
हरियाणा विधानसभा का मानसून सत्र 26 अगस्त को शुरू होगा। कोराेना संकट के कारण मानूसन सत्र को विधायकों और अफसरों की धडकन बढ़ गई है।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा विधानसभा के 26 अगस्त से शुरू होने वाले दो दिवसीय मानसून सत्र ने विधायकों व अधिकारियों के दिलों की धड़कन बढ़ा दी है। गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के प्रत्येक अधिकारी, विधायक और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी का कोरोना टेस्ट अनिवार्य किए जाने से ऐसे हालात बने हैं। जिन विधायकों और अधिकारियों के हाथ में कोरोना नेगेटिव की रिपोर्ट होगी, वही विधानसभा के भीतर प्रवेश कर सकेंगे।
अभी तक टेस्ट से बच रहे विधायकों व अधिकारियों की परिवार को लेकर चिंता बढ़ी
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से चर्चा के बाद विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने विधायकों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य किए जाने के आदेश जारी किए, जबकि मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने अधिकारियों के लिए टेस्ट अनिवार्य होने संबंधी आदेश जारी किए हैं।
विधायकों व मंत्रियों के साथ अब अधिकारियों को भी कराना होगा टेस्ट
अभी तक जो विधायक, मंत्री या अधिकारी अपना कोरोना टेस्ट कराने से बच रहे थे, उनके सामने मुश्किल पैदा हो गई है। यदि कोई विधायक, मंत्री या अधिकारी कोरोना पाजिटिव आता है तो उसके परिवार के सदस्यों के भी टेस्ट होंगे। फिर संपर्क में आने वाले लोगों की लंबी चेन बनती चली जाएगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल हालांकि अपना कोरोना टेस्ट पहले ही करा चुके और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है, लेकिन इसके बावजूद मनोहर लाल ने खुद को होम क्वारंटाइन किया तथा घर से ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये सरकारी कामकाज निपटाए।
मुख्य सचिव ने जारी किए आदेश, बिना टेस्ट किसी अधिकारी की इंट्री नहीं
विधानसभा का सत्र 26 अगस्त से शुरू होकर 27 अगस्त तक ही चलेगा, क्योंकि कोरोना महामारी के इस दौर में ज्यादा लंबी अवधि तक सदन को चला पाना मुश्किल बताया जा रहा है। इस दो दिन के सत्र के लिए राजनीतिक दलों ने एक दूसरे को घेरने की पूरी तैयारी कर रखी है। दस से ज्यादा बिल पास किए जाने की संभावना है। इनमें प्राइवेट सेक्टर की नौकरियों में हरियाणा के युवाओं को 75 फीसदी रोजगार की गारंटी तथा पंचायत चुनाव में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण के दो बड़े बिल शामिल हैं।
चंडीगढ़ में तीन दिन तक चलेगा कोरोना जांच शिविर
हरियाणा की मुख्य सचिव ने निदेशक व अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों को भी सत्र में शामिल होने से पहले कोरोना जांच करवाने के निर्देश जारी किए हैं। चंडीगढ़ में रविवार से वीआइपी के लिए कोरोना टेस्ट करवाए जाएंगे। कोरोना के चलते विधानसभा में दर्शकों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गयाहै। विधायकों व मंत्रियों के कोरोना टेस्ट की प्रक्रिया जिलों में ही शुक्रवार से आरंभ हो चुकी है।
मुख्य सचिव ने एक आदेश जारी कर सभी विभागाध्यक्षों, प्रशासनिक सचिवों, प्रबंध निदेशकों तथा महानिदेशकों को कोरोना टेस्ट करवाने के लिए अनिवार्य कर दिया है। मुख्य सचिव ने कहा है कि विधानसभा के सभी प्रवेश द्वार पर निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि किसी भी व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट देखे बगैर इंट्री न कराई जाए।
इसके चलते वरिष्ठ आएएस अधिकारियों के लिए 23 अगस्त को चंडीगढ़ के सेक्टर-तीन स्थित हरियाणा निवास में, 24 अगस्त को हरियाणा सिविल सचिवालय में और 25 अगस्त से विधानसभा सत्र जारी रहने तक एमएलए हॉस्टल में कोरोना जांच शिविर लगाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: सीबीआइ जांच में मददगार बनेंगे सुशांत के जीजा व हरियाणा आइपीएस अफसर ओपी सिंह
यह भी पढ़ें: हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रधान अशोक तंवर का दर्द- घुंघरू की तरह बजता ही रहा हूं मैं, नई पारी खेलेंगे
यह भी पढ़ें: आज से कोरोना को लेकर पंजाब में कड़े कदम लागू, जानें क्या हैं नई गाइडलाइंस
यह भी पढ़ें: कमाल: हरियाणा के एक परिवार में 40 साल की मां की 34 साल की बेटी और 40 साल का बेटा
यह भी पढ़ें: SYL पर वार्ता के बाद अमरिंदर बोले-नहर बनी पंजाब मेें लगेगी आग, बन जाएगी राष्ट्रीय समस्या
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें