पिंजौर में तीन साल बाद भी बाईपास निर्माण की कछुआ चाल
सरकार द्वारा पिजौर शहर में सूरजपुर-सुखोमाजरी बाईपास के निर्माण लिए करोड़ों की राशि मंजूर की गई थी।
सुनील कुमार, पिजौर : सरकार द्वारा पिजौर शहर में सूरजपुर-सुखोमाजरी बाईपास के निर्माण लिए करोड़ों की राशि मंजूर की गई थी। इस पर करीब तीन वर्ष पूर्व काम भी शुरू हो गया था, लेकिन निर्माण की कछुआ चाल के कारण अभी तक इसका काम पूरा नहीं हो सका है। इसका खामियाजा प्रतिदिन पिजौर से होकर गुजरने वाले हजारों वाहन चालकों को भुगतना पड़ता है। सूरजपुर-सुखोमाजरी बाईपास का निर्माण काफी धीमी रफ्तार से चल रहा है। इसको लेकर स्थानीय लोगों में भारी रोष है। संबंधित विभाग बाईपास निर्माण को लेकर बिलकुल भी गंभीर नजर नहीं आ रहा है। जबकि माना जा रहा है कि बाईपास पर यातायात शुरू होने से पिजौर में जाम की समस्या करीब 60 प्रतिशत खत्म हो जाएगी। रोड़ पर वाहनों की ज्यादा संख्या होने के कारण आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। अगर बाईपास जल्द बनकर शुरू हो जाता है तो हादसों पर काफी हद तक अकुंश लग सकता है।
-बाईपास का शिलान्यास 1 मई 2017 को रखा गया था।
-12 दिसंबर 2017 को कार्य शुरू हुआ।
-11 दिसंबर 2019 तक प्रोजेक्ट पूरा किया जाना था।
- अब 31 दिसंबर 2020 तक निर्माण पूरा किया जाना है। अभी 40 निर्माण कार्य बाकी
संबंधित विभाग के अधिकरियों के मुताबिक अब तक बाईपास का करीब 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। जबकि 40 प्रतिशत का अभी भी बाकी है। कहना मुश्किल है कि 31 दिसंबर 2020 तक निर्माण पूरा होगा। निर्माण कार्य पूरा होने में अभी लगेंगे छह माह
एनएचएआइ के एक्सईएन सुरजेवाला के अनुसार सुरजपूर-सुखोमाजरी बाईपास का करीब 60 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। शेष रहा काम करीब छह माह में पूरा हो जाएगा।