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कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस का हरियाणा में विरोध प्रदर्शन, बिल को बताया- किसान विरोधी

Agriculture Bill 2020 कृषि अध्यादेशों के विरोध में कांग्रेस नेता हरियाणाभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने इस बिल को किसान विरोधी बताया है। कहा कि यह बिल कृषि क्षेत्र को पूंजीपतियों के हाथों में गिरवी रखने वाले हैं।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 01:23 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 02:34 PM (IST)
कृषि विधेयकों के खिलाफ कांग्रेस का हरियाणा में विरोध प्रदर्शन, बिल को बताया- किसान विरोधी
जींद में कृषि विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन में पहुंची हरियाणा कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा।

जेएनएन, चंडीगढ़। Agriculture Bill 2020: लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी कृषि विधेयक पास होने के बाद कांग्रेस नेेेेता हरियाणा में राज्यभर मेंं जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध प्रदर्शनों में कांग्रेस के तमाम दिग्गज नेता शामिल हैं। कार्य कार्यसमिति के सदस्य कुलदीप बिश्नोई हिसार और कु. सैलजा जींद में आंदोलन का नेतृत्व कर रही हैं, जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनीपत में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे हैं। 

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जींद में कृषि अध्यादेशों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा ने कहा कि कृषि प्रधान देश में अन्नदाताओं के खिलाफ षड्यंत्र रचकर भाजपा सरकार ने हमारे देश की आत्मा पर प्रहार किया है। यह बिल कृषि क्षेत्र को पूंजीपतियों के हाथों में गिरवी रखने वाले हैं।

वहीं, झज्जर में कांग्रेस विधायकों ने जिला मुख्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विधायक डॉ. रघुबीर सिंह कादियान एवं  कुलदीप वत्स ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम डीसी जितेंद्र दहिया को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस नेताओं ने इसे पूरी तरह से किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि सरकार किसान विरोधी है और इसे निरस्त किया जाना चाहिए। बताया कि भारत के जिस भी राज्य में कांग्रेस की सरकार है वहां पर इस अध्यादेश को कैंसिल कर दिया गया है और कांग्रेस पार्टी किसानों के हित के लिए सड़क से लेकर संसद तक पूरी शिद्दत के साथ यह लड़ाई लड़ेगी।

वहीं, कांग्रेस महासचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा है कि मोदी सरकार ने किसानों की जमीन और उनकी उपज नए जमीदारों यानी पूंजीपतियों को सौंपने का कानून बना दिया है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा कोरोना संक्रमित होने की वजह से उपचाराधीन हैं। अस्पताल से ही जारी एक बयान में दीपेंद्र ने कहा कि किसान विरोधी कानून पास होने से एमएसपी, सरकारी खरीद, मंडी व्यवस्था और पीडीएस सिस्टम पर बड़ा प्रहार होगा। कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि नए क़ानूनों के जरिये सरकार ने किसानों को कॉरपोरेट घरानों के हवाले करने की तरफ कदम बढ़ाया है।

पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा ने कहा कि इन क़ानूनों से सिर्फ किसान ही नहीं बल्कि आढ़ती समेत हर उस गरीब आदमी को बड़ा नुकसान होगा, जिसे राशन कार्ड पर आटा, अनाज और दाल मिलते हैं। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी और सीटू हरियाणा की अध्यक्ष सुरेखा व महासचिव जय भगवान ने बताया कि तीन लेबर कोड बिल 19 सितंबर को लोकसभा में केंद्रीय श्रम मंत्री ने पेश किए हैं। इन बिलों से छंटनी का रास्ता खुलेगा। इनके विरोध में राज्य में 23 सितंबर को प्रदर्शन होंगे।

राज्यसभा में पारित विधेयक कृषि व्यवस्था को बर्बाद कर देंगे : बुवानीवाला

हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अशोक बुवानीवाला ने कहा कि लोकसभा के बाद राज्यसभा में पारित किसान विधेयक देश में पिछले 50 से अधिक वर्षों में स्थापित हुई कृषि व्यवस्था को बर्बाद कर देंगे। दो कृषि विपणन विधेयकों से किसानों को मिलने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य और उनकी सरकारी खरीद की प्रणाली खत्म हो जाएगी। किसानों के साथ आढ़ती और छोटे व्यापारी भी बर्बाद हो जाएंगे। 


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